रायपुर। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत पिछले तीन महीनों में 73 हजार से अधिक लोगों का इलाज किया गया है। प्रदेश के सभी 13 नगर निगमों के कुल एक हजार 369 स्लम्स में स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल मेडिकल टीम ने पहुंचकर लोगों को निःशुल्क उपचार, चिकित्सा परामर्श एवं दवाईयां उपलब्ध कराई हैं। स्लम क्षेत्रों में आयोजित शिविरों में मलेरिया, एचआईव्ही, मधुमेह, एनिमिया, टीबी, कुष्ठ, उच्च रक्तचाप, नेत्र विकार व गर्भवती महिलाओं की जांच के साथ ही बच्चों का टीकाकरण भी किया जा रहा है।
सभी लोगों तक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने और इसके सुदृढ़ीकरण के लिए राज्य शासन द्वारा इस वर्ष 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन से मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना शुरू की गई है। शुरूआत से ही इस सुविधा को लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। स्लम क्षेत्रों में लगाए जा रहे स्वास्थ्य शिविरों में बड़ी संख्या में लोग इलाज कराने पहुंच रहे हैं। प्रदेश के नगर निगम क्षेत्रों की एक हजार 567 स्लम्स में रहने वाली करीब 16 लाख आबादी को विद्यमान स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही इस योजना के जरिए चिकित्सा सेवा मुहैया कराई जा रही है।
मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत पिछले पिछले तीन महीनों अक्टूबर, नवम्बर और दिसम्बर में कोरबा नगर निगम में 17 हजार 684, रायपुर में 14 हजार 712, भिलाई में सात हजार 013, राजनांदगांव में छह हजार 977, अंबिकापुर में पांच हजार 688, दुर्ग में पांच हजार 594, रायगढ़ में चार हजार 656, जगदलपुर में तीन हजार 066, भिलाई-3-चरोदा में दो हजार 609, बीरगांव में दो हजार 222, धमतरी में एक हजार 676, बिलासपुर में एक हजार 402 और चिरमिरी नगर निगम में एक हजार 035 लोगों का निःशुल्क इलाज किया गया है।
मोबाइल मेडिकल टीमों ने इस दौरान दुर्ग नगर निगम में 447, भिलाई में 320, कोरबा में 114, राजनांदगांव में 101, रायपुर में 83, अंबिकापुर में 67, भिलाई-3-चरोदा में 60, रायगढ़ में 54, चिरमिरी में 38, धमतरी में 28, बीरगांव में 27, जगदलपुर में 12 तथा बिलासपुर नगर निगम में 11 स्लम क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों की जांच व उपचार कर निःशुल्क दवाईयां दी हैं।
नगर निगम वाले 13 शहरों के स्लम क्षेत्रों में बीते तीन महीनों में कुल चार हजार 887 लोगों की मलेरिया जांच की गई है। शिविरों में छह हजार 618 लोगों के उच्च रक्तचाप, 19 हजार 274 लोगों की मधुमेह, 13 हजार 209 लोगों की रक्त-अल्पता (एनिमिया), दो हजार 123 लोगों के नेत्र विकार, 298 लोगों की टीबी, 347 लोगों की कुष्ठ और एक हजार 477 लोगों की एचआईव्ही जांच की गई है। मोबाइल मेडिकल दलों ने इस दौरान दो हजार 910 गर्भवती महिलाओं की जांच और 104 शिशुओं का टीकाकरण किया है। डायरिया पीड़ित एक हजार 684 मरीजों का उपचार भी स्लम्स में आयोजित इन शिविरों में किया गया है।