हेरिटेज सिटी डेवलपमेंट एंड ओगमेनटेशन योजना या एचआरआईडीएवाय (HRIDAY) स्कीम की शुरुवात भारत के पुराने शहर, गाँव के विकास व वृद्धि के लिए की गई है। हमारी केन्द्रीय सरकार इस विषय पर आगे बढ़कर कार्य कर रही है, और चाहती है कि इन पुराने शहरों का विकास हो, जिससे ये बेहतर बन सके, और लोग इसकी ओर आकर्षित हों। शहर का विकास होने से वहां लोगों का आवागमन बढ़ेगा, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
इस योजना के पहले चरण में देश के 12 शहरों को विकास के लिए चुना गया था। ये शहर है अजमेर, अमरावती (आंध्रप्रदेश), अमृतसर, बादामी, द्वारा, गया, कांचीपुरम, मथुरा, पूरी, वाराणसी, वेलान्कन्नी एवं वारंगल। ये सभी शहर धार्मिक है, जो काफी प्रचलित है, लेकिन इनकी बनावट पुराने तरीके से हुई है, और विकास के मामले में भी ये पीछे रहे है। इस योजना के द्वारा इन शहरों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बदला जायेगा, जैसे यहाँ के घाट, मंदिर आदि। इसके अलावा यहाँ रोड, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, होटल, कियोस्क, शौचालय की सुविधा, नागरिक विकास पर भी विशेष कार्य होगा।
एचआरआईडीएवाय स्कीम हाईलाइट –
स्कीम | याद रखने योग्य बातें |
HRIDAY | डेवलपमेंट ऑफ़ हेरिटेज सीटीस |
लांच की गई | 21 जनवरी 2015 |
बजट | 500 करोड़ |
टोटल सिटी | 12 |
योजना का समय | 27 महीने |
एचआरआईडीएवाय स्कीम लांच –
इस योजना की शुरुवात माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा 21 जनवरी 2015 को हुई थी। HRIDAY की शुरुवात के लिए अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री और इंडियन टूरिज्म मिनिस्ट्री ने हाथ मिलाकर कार्य किया है। भारत देश के प्रधानमंत्री एवं उनका विवरण यहाँ पढ़ें।
HRIDAY स्कीम से जुड़ी मुख्य बातें –
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत देश के पुराने, प्राचीन शहरों का विकास करना है। भारतीय संस्कृति में बहुत सारी ऐसी जगह है, जो भारत देश की धरोहर है, जिनको संभाल के रखने के लिए उसका रख-रखाव बहुत जरुरी है। इस प्रोजेक्ट में अभी देश की अत्यंत प्रसिध्य 12 शहरों को चुना है।
- इस योजना में शहर के विकास के द्वारा नया शहरीकरण होगा। शहर की हर मुख्य जरुरत को इस योजना के द्वारा पूरा किया जायेगा।
- इस प्रोजेक्ट के द्वारा भारत के टूरिज्म को बहुत फायदा है। इस योजना के द्वारा सरकार यही उम्मीद लगा रही है कि इससे भारत के बाहर विदेशी भी इस शहरीकरण से आकर्षित होंगें और देश में पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। अभी इन धार्मिक शहरों के नाम तो बड़े लेकिन दर्शन छोटे है। धार्मिकता के नाम पर यहाँ हर तरफ गन्दगी रहती है और सुविधा के नाम पर कुछ नहीं होता है, इससे भारतीय पर्यटक तो काम चला लेते है, लेकिन विदेशी पर्यटक इन जगहों में जाने से कतराते है।
HRIDAY योजना के बारे में –
- इस योजना के द्वारा जिन 12 शहरों को चुना गया है, फ़िलहाल उन्ही में काम होगा। कोशिश की जाएगी कि नियत समय में इन शहरों का विकास व वृद्धि हो सके।
- इस योजना के द्वारा शहर की सुन्दरता, सुरक्षा, बिजली, खान-पान, पानी की कमी आदि मुख्य जरूरतों को देखा जायेगा। अगर ये सभी चीजें ठीक हो जाएँगी तो, पर्यटक इन स्थान में घुमने के दौरान सुविधा महसूस करेंगें, और दूसरों को भी जाने के लिए बोलेंगें।
- इस योजना या स्कीम का पूरा फण्ड केन्द्रीय सरकार दे रही है। इस योजना को पूरा करने के लिए 27 महीने का समय निर्धारित किया गया है, जो मार्च 2017 में पूरा हो जायेगा।
सरकार देगी HRIDAY स्कीम को पैसा –
सरकार इस योजना पर टोटल 500 करोड़ खर्च करने वाली है। शहर की आबादी और क्षेत्रफल के हिसाब से वहां का खर्च तय हुआ है। 12 शहरों का अलग अलग खर्च है, जिसमें से वाराणसी का सबसे अधिक है। इसका कारण ये है कि वाराणसी एक बहुत बढ़ा धार्मिक शहर है, इन सभी 12 शहरों में से अधिक फेमस है, हर साल यहाँ अधिक लोग जाते है, लेकिन सुख-सुविधा के हिसाब से यहाँ बहुत कमी है। इस शहर का विकास अत्याधिक जरुरी है। गंगा नदी के किनारे बसे वाराणसी में लोग गंगा दर्शन, गंगा जी की आरती के लिए दूर दूर से आते है। गंगा नदी के इतिहास के बारे में जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। इसके साथ ही यहाँ 12 ज्योतिलिंगों में से एक ‘काशी विश्वनाथन जी’ का भी विशाल मंदिर है, जहाँ सावन, महाशिवरात्रि में तो विशेष पूरा अर्चना के कारण जन सैलाब उमड़ पड़ता है। सावन महीने का महत्व जानने के लिए यहाँ क्लिक करें। महाशिवरात्रि पूजा विधि, कथा के बारे में यहाँ पढ़ें।
क्रमांक | शहर का नाम | निर्धारित खर्च (Fund in Crores) |
1. | अजमेर | 40.04 |
2. | अमरावती | 22.26 |
3. | अमृतसर | 69.31 |
4. | बादामी | 22.26 |
5. | द्वारका | 22.26 |
6. | गया | 40.04 |
7. | कांचीपुरम | 23.04 |
8. | मथुरा | 40.04 |
9. | पूरी | 22.54 |
10. | वाराणसी | 89.31 |
11. | वेलान्कन्नी | 22.26 |
12. | वारंगल | 40.54 |
HRIDAY स्कीम के फायदे –
- ये पुराने शहर को नया बनाने के अनेकों कारण है। ये प्राचीन शहर की प्रसिद्धी हर साल अनेकों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, पूर्णतः नए विकसित हो जाने पर इसका अनावरण बढ़ेगा, जिससे पर्यटन में बहुत फायदा होगा।
- इन 12 शहर के विकास से, पर्यटकों को तो फायदा व सुख-सुविधा मिलेगी, इसके साथ ही वहां रहवास करने वालों को भी एक नया, विकसित शहर मिलेगा, जिससे उनके लिए रोजगार के और रास्ते खुलेंगें।
- इस शहरों में रहने वाले लोग, वहां की चीजों के आदि हो गए, शहरीकरण से उनमें भी बदलाव आएगा और वे अपनी पुरानी आदतों को छोड़ नए तरीके से रहना शुरू करेंगें।
- भारत में ज्यादा पर्यटक आने से, देश का पर्यटन सिस्टम मजबूत होगा, जिससे इस तरह की योजना को आगे करने के लिए और बढ़ावा मिलेगा।
- देश की आर्थिक अर्थव्यवस्था में तेजी से बदलाव आएगा।