देश के गरीबों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई प्रयास किये जाते रहे हैं। हमारे देश ने प्रधानमंत्री योजना लिस्ट में एक और योजना जोड़ते हुये आयुष्मान भारत अभियान की शुरुआत की हैं , जिसके तहत लोगों को स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जाना था। इसी को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने 15 अगस्त को इस अभियान के तहत एक योजना की घोषणा की। जिसमें लाभार्थियों को 5 लाख रूपये तक का मुफ्त में स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया जायेगा, जोकि कैशलेस एवं पेपरलेस होगा। कल केन्द्रीय मंत्री जेपी नाडा ने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस योजना के लोगो को लांच करते हुए इसे लागू करने की सारी जानकारी दी।
लांच की जानकारी
1. | योजना का नाम | प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना |
2. | योजना का लांच | 15 अगस्त |
3. | योजना की शुरुआत | 25 सितंबर, (पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जन्मतिथि पर) |
4. | योजना की घोषणा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा |
6. | लाभार्थी | ग्रामीण एवं शहरी गरीब लोग |
7. | योजना की निगरानी | स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा |
विशेषताएं
- सुरक्षा बीमा :- यह योजना गरीब लोगों के लिए एक राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण योजना है, जिसके तहत माध्यमिक एवं टर्टरी अस्पतालों में भर्ती के लिए 5 लाख रूपये तक का मुफ्त में सुरक्षा बीमा प्रदान किया जायेगा, जोकि उनकी किसी गंभीर बीमारी का ईलाज कराने के लिए वित्तीय रूप से सहायता करेगा।
- लाभार्थियों की कुल संख्या :- लगभग 74 करोड़ गरीब एवं एसईसीसी – 2011 डेटा के अन्तर्गत आने वाले परिवारों को इसका लाभ प्रदान किया जायेगा। इसमें आयु एवं परिवार में सदस्यों की संख्या में कोई सीमा नहीं है। इसके अलावा आयुष्मान भारत योजना का लगभग 50 करोड़ लोगों को लाभ पहुँचाने का लक्ष्य है।
- योजना को लागू करने के लिए :- इस योजना का लाभ पूरे देश में पोर्टेबल होगा, क्योकि इसमें राज्यों को इसे लागू करने का फैसला करने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी दी जाएगी। इस योजना में अस्पतालों में कैशलेस एवं पेपरलेस ईलाज प्रदान किये जाएंगे।
- परिवारों की पहचान :- इस योजना के लिए अब तक लगभग 85 % ग्रामीण परिवार एवं 60 % शहरी परिवारों की पहचान की जा चुकी है, जिन्हें इस योजना का लाभ प्रदान किया जायेगा।
- सूचीबद्ध अस्पताल :- कई सरकारी अस्पताल ऐसे हैं जिसमे इतनी क्षमता नहीं होती है कि वहां इस योजना के सभी लाभार्थियों का ईलाज हो सके। इसलिए लगभग 12,000 सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों को इस योजना में शामिल किया गया है। इसके अलावा कुछ अन्य अस्पतालों ने भी इस योजना से जुड़ने के लिए आवेदन दिए हैं, जिसकी प्रक्रिया अभी जारी है।
- वार्षिक रूप से :- इस योजना में दी जाने वाली सुरक्षा बीमा की राशि प्रतिवर्ष है। इसका मतलब यह है कि यदि आपने 1 अप्रैल से 31 मार्च तक सुरक्षा बीमा की राशि का पूरा उपयोग कर लिया है, तो अगले साल यानि 1 अप्रैल से यह फिर से क्रेडिट हो जाएगी। आप आगे भी इसका लाभ उठा पाएंगे।
- अन्य सुविधा :- इस योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थी किसी भी स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्र में जाकर अपना ईलाज करा सकते हैं। इसके लिए सभी एबी – एनएचपीएम लाभार्थियों को आयुष्मान परिवार कार्ड भी दिए जायेंगे और साथ ही उनकी सहायता के लिए आरोग्य मित्रों को प्रशिक्षित भी किया जायेगा।
लिस्ट में अपना नाम देखे
- हर वो व्यक्ति जो इस स्कीम के लिए योग्यता रखता हैं, उसे ये सुनिश्चित करना होगा कि उसका नाम लिस्ट में मौजूद है। इसके लिए व्यक्ति को “एम आई एलिजिबल” पर लॉग इन करना होगा। ये पोर्टल mera.pmjay.gov.in/search/login लिंक पर क्लिक करके भी खोला जा सकता हैं।
- जैसे ही इसका होम पेज खुलता हैं तो वहाँ पर इच्छुक प्रतिभागी को अपना मोबाइल नंबर डालना होगा, जिससे साईट इस दिए हुए मोबाइल नंबर के लिए वन टाइम पासवर्ड इश्यू करेगी।
- फिर व्यक्ति को उचित जगह पर केप्चे कोड टाइप करना होगा और “जेनरेट ओटीपी” के रेड बटन पर क्लिक करना होगा।
- साईट दिए हुए मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजेगी।
- एक बार अभ्यर्थी जब 6 डिजिट का ओटीपी डाल देगा तो उसे सबमिट बटन पर क्लिक करना होगा, जिससे साईट पर “नेम फाइंड” पेज खुलेगा। अभ्यर्थी का नाम लाभार्थियों की लिस्ट में हैं या नहीं, इसे सर्च करने के 3 तरीके होंगे।
प्रत्येक के नाम से
- अभ्यर्थी को नेमफाइंड पेज पर कुछ फिल्ड दिखेंगे, यदि कोई व्यक्ति अपने नाम से सर्च करना चाहता हैं तो उसे पहले ड्रापडाउन-एरो से स्टेट का नाम सलेक्ट करना होगा।
- फिर उसे वो ऑप्शन चुनना होगा जिसकी सहायता से वो सर्च करना चाहता/चाहती हैं,जैसे इस केस में “सर्च बाई नेम” को सेलेक्ट करना होगा।
- इसके बाद अभ्यर्थी को निर्धारित बॉक्स में अपना नाम लिखना होगा,साथ ही अपने पेरेंट्स का नाम, जिले का नाम, उम्र, गाँव का नाम और पिनकोड भी डालना होगा।
मोबाइल नंबर या राशन कार्ड से सर्च करना।
- लाभार्थियों की सूची में अभ्यर्थी का नाम उसके मोबाइल नंबर या राशन कार्ड नंबर से भी चेक किया जा सकता हैं, हालांकि इसके लिए ये आवश्यक हैं कि ऑथोरिटी इससे सम्बंधित सभी जानकारी गाँवो से एकत्र कर ले।
- यह काम एडिशनल डेटा कलेक्शन ड्राइव की सहायता से होगा। ये ड्राइव ही सम्बंधित ऑथोरिटी को सभी अभ्यर्थियों के लिए मोबाइल नंबर और राशन कार्ड की डिटेल एकत्र करने में मदद करेगी।
- सभी इच्छुक व्यक्ति को पहले अपने राज्य को चुनना होगा,फिर उन्हें अगले ड्रॉपडाउन-एरो पर क्लिक करना होगा,और “सर्च बाई मोबाईल नंबर” या “सर्च बाई राशन कार्ड नंबर” पर क्लिक करना होगा
- फीर उन्हें सर्च के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा,जिससे योजना के डेटाबेस में सर्च होगा,और सूटेबल मैच मिलने पर यह हाईलाईट करेगा।
आरएसबीवाई (RSBY) कोड से सर्च करना
- वो लोग जो “राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना” में रजिस्टर्ड हैं, उन्हें इस योजना में पंजीकरण की सुविधा स्वत: ही मिल जाएगी।
- सभी आरएसबीवाई लाभार्थियों को एक यूनिक कोड मिलेगा जिससे स्टेटस को ट्रैक किया जा सकेगा,कोई भी इस कोड की सहायता से लाभार्थियों की लिस्ट सर्च कर सकता हैं।
- “सर्च बाई आरएसबीवाई यूआरएन” को चुनने के बाद एक अन्य ऑप्शन खुलेगा।
- यहाँ पर अभ्यर्थी अपने कोड टाइप कर सकते हैं और सर्च पर क्लिक कर सकते हैं, यदि व्यक्ति योग्य हैं तो ये नाम को हाईलाईट करेगा।
आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड
- केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवार के व्यक्तियों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस देने की घोषणा की हैं। योजना का लाभ देने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम जन आरोग्य योजना के लाभार्थियों की पहचान को सुनिश्चित करना शुरू कर दिया हैं। अब सरकार इस योजना के लाभार्थियों को आयुष्मान भारत गोल्डन कार्ड बांटने वाली हैं।
- आयुष्मान भारत योजना 2018 के अंतर्गत कैंसर,हृदय सम्बन्धित अन्य बीमारियों के साथ ही 1350 अन्य बिमारियों का भी इलाज करवाया जा सकता हैं। इस योजना के लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड दिए जाएंगे जिससे योजना के लाभ लेने में मदद मिलेगी। इसमें आधार कार्ड की सहायता से गोल्डन कार्ड प्राप्त किये जा सकते हैं।
आयुष्मान भारत अभियान के लागू होने में महत्वपूर्ण माइलस्टोन
आयुष्मान भारत अभियान के लांच से लेकर इसके लागू होने तक के कुछ महत्वपूर्ण माइलस्टोन इस प्रकार है –
क्र.म. | तरीख | घोषणायें एवं इम्प्लीमेंटेशन |
1. | 1 Feb | केन्द्रीय बजट 2018 में इस मिशन की घोषणा की गई। |
2. | 15 एवं 16 Feb | राज्य स्तर पर परामर्श लेने के लिए बैठक आयोजित की गई थी। |
3. | 21 Mar | आयुष्मान भारत मिशन को कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई। |
4. | 30 Apr | यह आयुष्मान भारत दिवस है जिन दिन से लाभार्थियों की पहचान शुरू की गई। |
5. | 11 May | राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसीज इसमें शामिल की गई। |
6. | 14 May | एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। |
7. | 14 Jun | मंत्रीपरिषदों की गुप्त सभा का आयोजन किया गया। |
8. | 4 Jul | इसमें शामिल होने वाले अस्पतालों के लिए अस्पताल सम्मेलन पोर्टल शुरू हुआ। |
9. | 15 Aug | आयुष्मान भारत मिशन के अंतर्गत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की घोषणा की गई। |
10. | 25 Sep | इस योजना का अधिकारिक तौर पर लांच किया जायेगा। |
राज्य स्तर पर लागू करने का तरीका
इस योजना को लागू करने के लिए 3 मोड
- बीमा मोड,
- ट्रस्ट मोड एवं
- मिश्रित मोड दिए गये हैं,
जिसके माध्यम से अलग – अलग राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में इस योजना को चलाया जायेगा। इसके आधार पर इसमें शामिल होने वाले राज्य इस प्रकार हैं –
क्र. म. | मोड | राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश |
1. | बीमा मोड | मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, दादर एवं नगर हवेली, दमन एवं दिउ, जम्मू और कश्मीर और पंजाब आदि। |
2. | ट्रस्ट मोड | आंध्रप्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, गोवा, मध्यप्रदेश, मणिपुर, सिक्किम, हिमाचल प्रदेश, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार, चंडीगढ़, पुडुचेरी, कर्नाटका और हरयाणा आदि। |
3. | मिश्रित मोड | छत्तीसगढ़, गुजरात, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, झारखंड, दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र एवं तमिलनाडू आदि। |
4. | बिना जानकारी वाले राज्य | तेलंगाना एवं ओडिशा |
योजना के तहत पंजीयन का तरीका :
इस योजना के बारे में सभी लोगों को यह जानना आवश्यक है कि –
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (एनएचपीएस) के लाभार्थियों को लाभ उठाने के लिए कोई भी नामांकन करने की आवश्यकता नहीं है।
- इसके तहत पंजीयन फॉर्म नहीं भरे जायेंगे बल्कि एसईसीसी – 2011 के डेटा के अंदर आने वाले लोगो को सरकार द्वारा लेटर दिये जायेंगे यही उनके पंजीयन का प्रमाण होंगे। लेकिन लाभ लेते समय जानकारी का सत्यापन किया जायेगा।
- यह लेटर आशा वर्कर द्वारा लाभार्थी को दिया जायेगा।
- https://mera.pmjay.gov.in/search/login
- अपने मोबाइल नम्बर से लॉगिन कर पता करें आपका परिवार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में सम्मिलित है या नहीं|
नकली पीएमजेएवाई वेबसाइट के खिलाफ कार्यवाही
इस योजना में लाभार्थियों से पैसा लेने की कोशिश करने वाले वेबसाइट्स एवं एजेंट्स के खिलाफ अपराधिक तौर पर सख्त कार्यवाही की जाएगी एवं उनसे शुल्क भी लिया जायेगा।इसके अलावा उनके द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सेवाएं प्राप्त करने के लिए कोई भी भुगतान नहीं किया जाना चाहिए।
योजना के तहत कॉल सेंटर खोले जायेंगे
इस योजना के सभी लाभार्थियों को इसकी जानकारी देने के लिए पहचान किये गये सभी परिवारों को परिवारिक पत्र प्रदान किया जायेगा। इसके अलावा लाभार्थियों के लिए कॉल सेंटर्स जिसका नंबर ‘14555’ हैं जिस पर कॉल करके योजना की सारी जानकारी मिल जायेगी 5 सितंबर से इसके लिए वेबसाइट्स एवं एप भी शुरू किये जायेंगे, जिसके माध्यम से जानकारी प्राप्त की जा सकती है। यहाँ तक कि लोग 10,000 अस्पतालों, 3 लाख आम सेवा केन्द्रों और साथ ही मास मीडिया के द्वारा भी इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
योजना की प्रक्रिया
- इस स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निम्न प्रक्रिया द्वारा लाभार्थियों की देखभाल की जाएगी।
- सबसे पहले इस योजना के तहत आने वाले परिवारों के मरीज को अस्पतालों में भर्ती किया जायेगा।
- इसके बाद लाभार्थी की पहचान एवं इसके रजिस्ट्रेशन के लिए सॉफ्टवेर का इस्तेमाल किया जायेगा, जिससे यह पता चलेगा कि लाभार्थी इसके योग्य है या नहीं। इसकी पुष्टि उस व्यक्ति के आधार कार्ड के माध्यम से की जाएगी।
- इसके बाद अस्पताल द्वारा पैकेज का चयन किया जायेगा और साथ ही कार्ड में बची हुई राशि की जाँच भी की जाएगी। और फिर उन्हें ईलाज के लिए जरूरी सहायक सबूत भी जमा करने होंगे।
- यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद उस मरीज का बेहतर ईलाज किया जायेगा। ईलाज पूरा हो जाने के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जायेगा।
- डिस्चार्ज के समय लाभार्थी को डिस्चार्ज समरी एवं पोस्ट ईलाज का प्रमाण जमा करना आवश्यक होगा। फिर सरकार द्वारा बैंक को इलेक्ट्रॉनिक भुगतान किया जायेगा। और अंत में मरीजों द्वारा अस्पताल में दी गई सुविधा के बारे में उनसे फीडबैक माँगा जायेगा।
अस्पतालों में लाभार्थियों की पहचान एवं सत्यापन
अस्पतालों में इस योजना का लाभ उठाने वाले लाभार्थियों की पहचान करने के लिए सबसे पहले लाभार्थी को सहायता – डेस्क पर जाना होगा, जहाँ पर उनकी पहचान का सत्यापन करने की आवश्यकता होगी। इसके लिए उन्हें आधार कार्ड या अन्य पहचान का प्रमाण देना होगा। इसके बाद उस व्यक्ति का सत्यापन किया जायेगा और वह इसके योग्य है या नहीं इसकी जाँच की जाएगी। यह जाँच करने के लिए परिवार कार्ड एवं पत्र के साथ ही लाभार्थी पहचान प्रणाली का उपयोग किया जायेगा। सत्यापन एवं पहचान की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद लाभार्थी को एक ई – कार्ड प्रदान किया जायेगा, जिसे वह डॉक्टर को दिखा कर मरीज का ईलाज करवा सकता है।इस प्रक्रिया मे कुछ घंटो का ही समय लगेगा।
योजना के किये समय पर भुगतान
इस योजना के तहत सभी अस्पतालों को ईलाज के लिए समय पर भुगतान करना सुनिश्चित किया जायेगा, जोकि निम्न विधि से किया जायेगा –
- इस योजना में अस्पतालों को दिये जाने वाले फण्ड का भुगतान राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी या राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के माध्यम से किया जायेगा।
- इसके लिए प्रत्येक राज्य स्वास्थ्य एजेंसियों को ईएससीआरओडब्लू खाता खोलना आवश्यक है। इस खाते में केंद्र या राज्य सरकार द्वारा देर से भुगतान करने पर दंड भी देने का प्रावधान है।
- अस्पतालों में भुगतान जारी करने के लिए बैंकिंग ट्रिगर मौजूद होगा। और साथ ही अस्पतालों में क्लेम के समय पर सेटलमेंट के लिए मुख्य प्रदर्शन इंडिकेटर भी होगा।
योजना में धोखाधड़ी के खिलाफ दिशानिर्देश
इस योजना में होने वाली धोखाधड़ी के खिलाफ दिशानिर्देशों के लिए अब एनएचए मेथोडोलॉजी शुरू की गई है, जिसमें रोकथाम, जाँच एवं उसका निवारण आदि शामिल है। रोकथाम के लिए लाभार्थियों की पहचान, सूचीबद्ध प्रोवाइडर और पूर्व अधिकार शामिल होगा। वहीं जाँच के लिए विश्लेष्ण संबंधी डेटा, सोशल मॉनिटरिंग और ऑडिट आदि शामिल होंगे। और इसके निवारण के लिए मैनेजमेंट का कॉन्ट्रैक्ट, एंटी फ्रॉड सेल्स और डी – एम्पनेल्मेंट एवं कठोर दंड शामिल होगा। इसके अलावा इस योजना के तहत धोखाधड़ी का पता लगाने और उसकी रोकथाम के लिए पब्लिक एवं सोशल ऑडिट की सावधानी भी आवश्यक होगी।
एनएचए जानकारी की सुरक्षा एवं डेटा गोपनीयता
इस योजना की जानकारी नीति अंतर्राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ प्रणाली और भारत के विशेष नियमों पर आधारित होगी। बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा एवं उसके सुरक्षित संचालन के लिए विभिन्न स्तरों पर 94 कंट्रोल्स सेट किये गए हैं। इसके डेटा की गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए, उसे स्टोर करके रखने के लिए एवं उसका उपयोग करने के लिए मजबूत उपाय भी किये गये हैं, ताकि इसके साथ कोई भी छेड़छाड़ न की जा सके।
योजना में पैकेज दर
इस योजना में पैकेज की दरों को निम्न अनुसार दर्शाया गया है –
- सेवा कवरेज :- योजन में सेवा के लिए लगभग 1300 से भी अधिक पैकेज दरें शामिल हैं और 20 से ज्यादा विशिष्टताओं को इसमें कवर किया गया है।
- मेथोडोलॉजी :- मेथोडोलॉजी के लिए डीजीएचएस द्वारा शुरूआती ड्राफ्ट, एनआईटीआई आयोग द्वारा समीक्षा और व्यापक स्टेकहोल्डर का परामर्श आदि शामिल है।
- पूर्व – अधिकार की जाँच :- पूर्व – अधिकार की जाँच के लिए इसमें लगभग 50 % पैकेज शामिल हैं।
- परिणाम आधारित प्रोत्साहन :- यहाँ अस्पतालों के लिए परिणाम आधारित प्रोत्साहन जैसे एनएबीएच एंट्री अस्पतालों के लिए 10 % प्रोत्साहन, एनएबीएच पूर्ण मान्यता वाले अस्पतालों के लिए 15 % प्रोत्साहन और महत्वकांक्षी जिलों के लिए 10 % प्रोत्साहन आदि शामिल है।
प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र प्रशिक्षण
इस योजना में बेहतर सफलता प्राप्त करने के लिए कौशल विकास मंत्रालय के सहयोग के साथ प्रधानमंत्री आरोग्य मित्र (पीएमएएम) प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण 15 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों जैसे उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, हरयाणा, चंडीगढ़, दमन एवं दिउ, त्रिपुरा, गुजरात, झारखंड, मध्यप्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, दादर एवं नगर हवेली और मेघालय आदि में शुरू किया जा रहा है।
इन आरोग्य मित्रो का चुनाव अस्पताल के स्टाफ में से किया जा सकता हैं और योग्यता के रूप मे उन्हे कम्प्युटर ऑपरेट करना आना आवश्यक हैं ।
योजना का पायलट लांच
राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (एनएचए) ने पीएमएवाई के लिए 3 महत्वपूर्ण आईटी टूल्स का विकास किया है। अर्थात इसमें सूचीबद्ध अस्पतालों के लिए, लाभार्थियों के डेमोग्राफिक एवं बायो – मेट्रिक सत्यापन के लिए और अस्पतालों में वास्तविक समय पर एवं सुरक्षित लेनदेन के लिए सामान्य रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शामिल की गई है। पायलट प्रोजेक्ट को 16 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में एक बेहतर, पारदर्शी और उपयोगकर्ताओं के अनुकूल आईटी सिस्टम को इसमें शामिल कर प्लेटफॉर्म की जाँच और सहायता के लिए शुरू किया गया है।
हेल्प लाइन
सरकार ने योजना के हेल्प लाइन नंबर 14555 को चालू कर दिया है, कोई भी व्यक्ति इस नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकता है। इस योजना में अपना नाम चेक करने के लिए भी एक पोर्टल बनाया गया है mera.pmjay.gov.in/search/login इस पर लाभार्थी अपना नाम देख सकता है।