भारत की वर्तमान जनसंख्या का लगभग 31% को शहरों में बसता है और इनका सकल घरेलू उत्पाद में 63% (जनगणना 2011) का योगदान हैं। ऐसी उम्मीद है कि वर्ष 2030 तक शहरी क्षेत्रों में भारत की आबादी का 40% रहेगा और भारत के सकल घरेलू उत्पाद में इसका योगदान 75% का होगा। इसके लिए भौतिक, संस्थागत, सामाजिक और आर्थिक बुनियादी ढांचे के व्यापक विकास की आवश्यकता है। ये सभी जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने एवं लोगों और निवेश को आकर्षित करने, विकास एवं प्रगति के एक गुणी चक्र की स्थापना करने में महत्वपूर्ण हैं। स्मार्ट सिटी का विकास इसी दिशा में एक कदम है।
स्मार्ट सिटी मिशन स्थानीय विकास को सक्षम करने और प्रौद्योगिकी की मदद से नागरिकों के लिए बेहतर परिणामों के माध्यम से जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने तथा आर्थिक विकास को गति देने हेतु भारत सरकार द्वारा एक अभिनव और नई पहल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कार्यकाल लोक कल्याण की तमाम योजनाओं के साथ ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए भी जाना जाएगा। प्रधानमंत्री बनने के एक साल के भीतर ही नरेंद्र मोदी ने देश में सौ शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने के प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी। इसके साथ सौ शहरों में आधारभूत संरचनाओं की स्थापना के साथ ही उन्हें दुनिया के आधुनिक शहरों की तरह बनाया जाना है। स्मार्ट सिटी योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री ने 25 जून 2015 को की थी।
इस योजना का प्रारूप इस तरह से तैयार किया गया है ताकि हर राज्य को कम से कम एक स्मार्ट सिटी अवश्य मिले। बड़े राज्यों में इसकी संख्या एक से अधिक रखी गई है। नियम रखा गया है कि उस शहर को स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तौर पर शामिल किया जाए जिसकी आबादी एक लाख या इससे अधिक है। एक लाख से कम आबादी के शहरों को इस प्रोजेक्ट में शामिल नहीं किया गया है। इसके अलावा एक शर्त यह भी रखी गई कि उन्हीं शहरों का चयन किया जाए जहां पर नगर पालिका हो, बिजली, पेयजल व पब्लिक ट्रांसपोर्ट का आधारभूत ढांचा उपलब्ध हो।
स्मार्ट सिटी मिशन क्या है? :
स्मार्ट सिटी उनकी सबसे अहम जरूरतों एवं जीवन में सुधार करने के लिए सबसे बड़े अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है। बदलाव के लिए दृष्टिकोण की श्रृंखला अपनाई जाती है – डिजिटल और सूचना प्रौद्योगिकी, शहरी योजनाओं की सर्वोत्तम प्रथाओं, सार्वजनिक-निजी साझेदारी, और नीति में बदलाव। हमेशा लोगों को प्राथमकिता दी जाती है।
स्मार्ट सिटी मिशन के दृष्टिकोण में, उद्देश्य ऐसे शहरों को बढ़ावा देने का है जो मूल बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएँ और अपने नागरिकों को एक सभ्य गुणवत्तापूर्ण जीवन प्रदान करे, एक स्वच्छ और टिकाऊ पर्यावरण एवं ‘स्मार्ट’ समाधानों के प्रयोग का मौका दें। विशेष ध्यान टिकाऊ और समावेशी विकास पर है और एक रेप्लिकेबल मॉडल बनाने के लिए है जो ऐसे अन्य इच्छुक शहरों के लिए प्रकाश पुंज का काम करेगा। स्मार्ट सिटी मिशन ऐसा उदाहरण प्रस्तुत करने के लिए है जिसे स्मार्ट सिटी के भीतर और बाहर दोहराया जा सके, विभिन्न क्षेत्रों और देश के हिस्सों में भी इसी तरह के स्मार्ट सिटी के सृजन को उत्प्रेरित किया जा सके।
स्मार्ट सिटी मिशन का उद्देश्य :
स्मार्ट सिटीज मिशन का उद्देश्य आर्थिक विकास को गति देना है और स्थानीय क्षेत्र के विकास और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना लाना है। इस योजना में विशेष रूप से technology को बढ़ावा दिया जायेगा जिससे जीवन शैली में सुधार लाने का दम ख़म है।
स्मार्ट सॉल्यूशंस से शहरों को बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के लिए प्रौद्योगिकी और सूचना का उपयोग डेटा analysis कर शहरों को विकास की और ले जाना है। इस तरह से व्यापक विकास से जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, रोजगार पैदा होगा और सभी के लिए आय में वृद्धि होगी, विशेष रूप से गरीबो की जीवन शैली में सुधार होगा।
स्मार्ट सिटी मिशन के फायदे :
- स्मार्ट सिटी कान्सेप्ट पश्चिमी देशों से लिया गया है। एक ऐसा साधन संपन्न शहर जहां की बिजली, पानी व ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था दुरुस्त हो। एक तरह से शहर अपना बोझ उठाने के लिए तैयार हो जाए। अपनी जरूरतों को खुद पूरा कर सके।
- इसके तहत पूरे शहर में हर घर तक सड़क की कनेक्टिविटी, पेयजल आपूर्ति और बिजली की बेहतर व्यवस्था तैयार की जाती है।
- स्मार्ट सिटी को 24 घंटे बिजली दी जाएगी। बिजली के लिए स्मार्ट मीटर भी लगाए जाएंगे।
- सिटी ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए सिटी बसों व मेट्रो का संचालन किया जाएगा।
- हर सड़क का क्लासिफिकेशन होगा।
- शहर में ग्रीनरी का प्रबंध किया जाएगा। नए वृक्ष लगाए जाएंगे और इनकी सुरक्षा का भी इंतजाम किया जाएगा।
- साफ सफाई की व्यवस्था दुरुस्त होगी। घर-घर से कूड़ा कलेक्ट किया जाएगा। कूड़े को शहर में कहीं इकट्ठा नहीं होने दिया जाएगा। इसके निस्तारण का भी बेहतर प्रबंध किया जाएगा।
- वाईफाई हॉट स्पॉट बनाए जाएंगे और एक स्मार्ट पुलिस स्टेशन भी होगा।
- शहर के सारे प्रमुख चौराहों की सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। सिटी में माडर्न कंट्रोल रूम होगा जिससे हर चौराहे पर नजर रखी जाएगी। इससे जाम के साथ ही क्राइम कंट्रोल भी होगा।
- नागरिकों की सुविधा के लिए हर मोहल्ले में एक सुविधा केंद्र खोला जाएगा। यहां पर बिजली, पानी के बिल व हाउस टैक्स जमा हो सकेगा।
- हर चौराहे पर ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली होगी और पुराने ज्यादा धुएं देने वाले वाहनों को शहर की सीमा के बाहर किया जाएगा।
- शहर में शिक्षा की हाईटेक व्यवस्था होगी। डिग्री कॉलेज के साथ ही यूनिवर्सिटी भी बनाई जाएगी। यहां पर छात्रों को हॉस्टल समेत सारी सुविधाएं मिलेंगी।
- स्मार्ट सिटी की हर सड़क, गली में सीवर लाइन का जाल फैला होगा।
- सभी घर सीवर लाइन से कनेक्ट होंगे और घरों से निकलने अपशिष्ट को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाएगा।
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में गंदे पानी को साफ किया जाएगा और इसको सिंचाई या अन्य कार्यों में लाया जाएगा।
- सफाई के बाद ही पानी को नदियों में छोड़ा जाएगा।
स्मार्ट सिटी मिशन के लाभ :
- देश में जो महा नगर हैं उन्हें तो सभी सुविधायें मिलती ही है फिर वो तकनीकी ज्ञान हो यह व्यावहारिक ज्ञान यहाँ के स्टूडेंट हर मायने में सामान्य शहरी लोगो की तुलना में स्मार्ट होते हैं ऐसे में हर प्रदेश में स्मार्ट सिटी का आना सभी के लिए कारगर साबित होगा।
- छोटे- छोटे गाँव में विकास बहुत ही धीरे होता हैं ऐसे में स्मार्ट सिटी का आना इन गाँव के विकास में मदद करेगा।
- छोटे शहरों के स्टूडेंट में भी कला, ज्ञान के बहुत अच्छे उदहारण मिलते हैं पर उन्हें उचित प्लेटफार्म नहीं मिलता लेकिन स्मार्ट सिटी जैसे प्रोजेक्ट के कारण उन्हें भी समय पर और थोड़ी आसानी से आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
- स्मार्ट सिटी में बाहरी कंपनी अपनी कंपनी ओपन करेंगी जिससे रोजगार मिलेगा और गरीबी में नियंत्रण होगा।
- स्मार्ट सिटी का यह सपना बहुत बड़ा हैं बस जिस रोड मैप के साथ इसे लाया जा रहा हैं अगर उसी दिशा में पूरी ईमानदारी के साथ कार्य किया जायेगा तो जरुर एक दिन भारत भी स्मार्ट कंट्री में गिना जायेगा।
- 25 जून 2015 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्मार्ट सिटी के कॉन्सेप्ट को देशवासियों के सामने रखा जिनमे उन्होंने सीधे देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपका शहर स्मार्ट सिटी बनने के लिए सही हैं या नहीं। यह केवल आपका शहर ही तय करेगा। मोदी जी ने एक लाइन कहते हुए स्मार्ट सिटी के कॉन्सेप्ट को परिभाषित किया “ऐसा शहर जो नागरिक की जरुरत से दो कदम आगे हो।
- स्मार्ट सिटी के लिए कुछ मापदंड तैयार किये गये हैं जिस शहर में यह सभी गुण होंगे उन्हें स्मार्ट सिटी में शामिल किया जायेगा। यह सभी गुण होने पर एक शहर को स्मार्ट सिटी कहा जायेगा।
देश की पहली स्मार्ट सिटी (GIFT) का कार्य वर्ष 2011 में ही शुरू हो गया था :
प्रधानमंत्री मोदी जी ने गुजरात में एक स्मार्ट सिटी डेवेलप्मेंट का कार्य शुरू भी कर दिया हैं इस स्मार्ट सिटी का कार्य मोदी जी ने वर्ष 2011 में अहमदाबाद के नजदीक ही शुरू कर दिया था जिसे गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशल टेक (GIFT) नाम दिया गया हैं। यह गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशल टेक अन्य स्मार्ट सिटी के लिए एक उदहारण का कार्य करेगी।
अभी यह तय करी दिया गया हैं कि किस राज्य में कितनी स्मार्ट सिटी होंगी।
क्रमांक | राज्य का नाम | शहरो की संख्या |
1 | उत्तर प्रदेश | 13 |
2 | मध्य प्रदेश | 7 |
3 | तमिलनाडू | 12 |
4 | महाराष्ट्र | 10 |
5 | गुजरात | 6 |
6 | कर्नाटक | 6 |
7 | पश्चिम बंगाल | 4 |
8 | राजस्थान | 4 |
9 | बिहार | 3 |
10 | आंध्र प्रदेश | 3 |
11 | पंजाब | 3 |
12 | उड़ीसा | 2 |
13 | हरियाणा | 2 |
14 | तेलंगाना | 2 |
15 | छत्तीसगढ़ | 2 |
16 | जम्मू व कश्मीर | 1 |
17 | केरल | 1 |
18 | झारखंड | 1 |
19 | असम | 1 |
20 | हिमाचल प्रदेश | 1 |
21 | गोवा | 1 |
22 | अरुणाचल प्रदेश | 1 |
23 | चंडीगढ़ | 1 |
24 | दिल्ली | 1 |
यह फैसला हम सभी के लिए बहुत अच्छा होगा । देश के विकास के लिए शहरो के विकास जरुरी हैं और साथ ही गाँव की रुपरेखा भी सुधारना बहुत जरुरी हैं। जिसके लिए हर राज्य में एक स्मार्ट सिटी होना जरुरी हैं। और जिस दिन यह कार्य हो जायेगा देश का विकास तेजी से होगा।
यह एक ऐसा कॉन्सेप्ट हैं जो हम सभी को डिजीटल दुनियाँ के और भी करीब ले जायेगा। जिससे विज्ञान की तेजी के साथ ही हम सबका का मानसिक विकास होगा। हममे और पश्चिमी देशो में बस डिजिटलाइजेशन का ही फर्क हैं। हमारे विकास की दर कम हैं उसका कारण हैं डिजिटल दुनियाँ से हमारी दुरी। अगर हम यह दुरी तय कर लेते हैं तो हम आसानी से विकसित देश की गिनती में आ खड़े होंगे।
मोदी जी ने अपनी स्पीच में यह स्पष्ट कर दिया हैं कि यह स्मार्ट सिटी योजना उपर से नहीं नीचे से शुरू हो रही हैं जिसमे अपने शहर की जानकारी एवम समस्या पर पहली बार नगर निगम एवम पालिका बात करेंगी। लोगो को जागरूक बनाने के लिए (मेरा शहर मेरा सपना ) का स्लोगन भी श्री मोदी जी ने दिया। अब इस दिशा में कार्य निम्न स्तर से शुरू होगा।
स्मार्ट सिटी मिशनके विशेषताएं :
- क्षेत्र-आधारित विकास में मिश्रित भूमि उपयोग को बढ़ावा देना : अनियोजित क्षेत्रों के लिए योजना बनाना जिसमें भूमि का उपयोग अधिक कुशल बनाने के लिए कई संगत गतिविधियां और आसन्न भूमि उपयोग हो। राज्य भूमि उपयोग में कुछ लचीलापन ला सकते हैं और ऐसे उप-कानूनों को लागू कर सकते हैं ताकि वे परिवर्तनों के अनुकूल हो सकें।
- आवास और समावेशिता : सभी के लिए आवास के अवसरों का विस्तार।
- चलने योग्य इलाकों का निर्माण : भीड़, वायु प्रदूषण और संसाधन की कमी को कम करना, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना, बातचीत को बढ़ावा देना और सुरक्षा सुनिश्चित करना। सड़क नेटवर्क न केवल वाहनों और सार्वजनिक परिवहन के लिए, बल्कि पैदल चलने वालों और साइकिल चालकों के लिए भी बनाया या सुसज्जित किया जाता है, और पैदल या साइकिल से यात्रा करने के लिए आवश्यक प्रशासनिक सेवाएं प्रदान करता है।
- खुले स्थानों का संरक्षण और विकास : पार्कों, खेल के मैदानों, नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए मनोरंजन स्थल, शहरी क्षेत्रों में गर्मी के प्रभाव को कम करना और आम तौर पर पारिस्थितिक संतुलन को बढ़ावा देना।
- विभिन्न परिवहन विकल्पों को बढ़ावा देना : अंतिम गंतव्य पर पारगमन उन्मुख विकास(TOD), सार्वजनिक परिवहन और परिवहन कनेक्टिविटी।
- नागरिकों के अनुकूल और किफायती प्रशासन को अधिक से अधिक ऑनलाइन सेवाओं, विशेष रूप से मोबाइल उपयोग पर निर्भर करना, सेवाओं की कीमत में कमी लाना और नगरपालिका कार्यालयों में जाने के बिना सेवाओं को प्रदान करने के लिए जवाबदेही और पारदर्शिता प्रदान करना। लोगों को सुनने और सुझाव लेने और कार्यस्थलों पर साइबर यात्राओं की मदद से कार्यक्रमों और गतिविधियों की onlineनिगरानी का उपयोग करने के लिए ई-समूहों का गठन।
- स्थानीय भोजन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कला और शिल्प, संस्कृति, खेल के सामान, फर्नीचर, होजरी, कपड़े, डेयरी आदि जैसे मुख्य आर्थिक गतिविधियों के आधार पर शहर को पहचानना।
- बुनियादी सुविधाओं और सेवाओं में सुधार के लिए क्षेत्र आधारित विकास में उनके लिए स्मार्ट समाधानों का उपयोग करें। उदाहरण के लिए, कुछ संसाधनों का उपयोग करके और सस्ती सेवाएं प्रदान करके क्षेत्रों को आपदा के प्रति कम संवेदनशील बनाना।
स्मार्ट सिटी मिशन के मापदंड :
- 24 घंटे बिजली एवम पानी की सुविधा होना चाहिये।
- शहर में उचित ट्रांसपोर्ट सुविधा होना चाहिये।
- सड़को का उचित वर्गीकरण होना चाहिये जिसके तहत फुटपाथ एवम वाहन पाथ उचित तरह से बनाये जायें।
- हाईटेक ट्रांसपोटेर्शन होना चाहिये। पब्लिक यातायात सुगम होना चाहिये।
- शहर में हरियाली होना चाहिये।
- शहर एक अच्छी योजना के तहत बढायें गये हों।
- पुरे शहर में वाईफाई सिग्नल हो।
- शहर में एक स्मार्ट पुलिस स्टेशन भी होगा।
- नागरिक की सुरक्षा भी एक महत्वपूर्ण बिन्दु हैं इसके तहत शहर सुरक्षित होना जरूरी हैं।
- स्वास्थ्य भी एक महत्वपूर्ण तथ्य हैं इसके तहत शहर में स्वच्छता होना जरूरी हैं जिसमें कूड़े कचरे से निपटने की उचित व्यवस्था हो।
- शहर में शिक्षा की उचित व्यवस्था होना भी अनिवार्य हैं।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में देश वासियों से पूरा सहयोग देने का अनुरोध किया हैं। जिस प्रकार स्वच्छ भारत मिशन में सरकार से ज्यादा एक्टिव जनता एवम मीडिया हैं उसी प्रकार अपने शहर को स्मार्ट सिटी बनाने में सभी नागरिको को भी जागरूक होना होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर मीडिया की तारीफ की जिस तरह मीडिया सफाई अभियान के लिए सभी को जागरूक करती आई हैं यह सराहनीय हैं। मोदी जी ने देश के विकास में सभी को भागीदारी बनाया हैं।
- स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र द्वारा 48 हजार करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया हैं। इसके अलावा भी दो योजनायें सरकार द्वारा लॉन्च की गई हैं। इन तीनो योजनाओं को सरकार ने काफी देख परख कर स्वयं मोदी जी के सानिध्य में स्टार्ट किया हैं। साथ ही इसके लिए प्रदेशों एवम नगर निगमों को भी अपनी राय देने के लिए आमंत्रित किया गया हैं।
- स्मार्ट सिटी एक अभूत बड़े पैमाने पर लायी गई योजना हैं जिसे मूलरूप देने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक हैं।
कुछ महत्वपूर्ण बिंदु :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में देश वासियों से पूरा सहयोग देने का अनुरोध किया हैं। जिस प्रकार स्वच्छ भारत मिशन में सरकार से ज्यादा एक्टिव जनता एवम मीडिया हैं उसी प्रकार अपने शहर को स्मार्ट सिटी बनाने में सभी नागरिको को भी जागरूक होना होगा।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुलकर मीडिया की तारीफ की जिस तरह मीडिया सफाई अभियान के लिए सभी को जागरूक करती आई हैं यह सराहनीय हैं। मोदी जी ने देश के विकास में सभी को भागीदारी बनाया हैं।
- स्मार्ट सिटी के लिए केंद्र द्वारा 48 हजार करोड़ रुपए का बजट तैयार किया गया हैं। इसके अलावा भी दो योजनायें सरकार द्वारा लॉन्च की गई हैं। इन तीनो योजनाओं को सरकार ने काफी देख परख कर स्वयं मोदी जी के सानिध्य में स्टार्ट किया हैं। साथ ही इसके लिए प्रदेशों एवम नगर निगमों को भी अपनी राय देने के लिए आमंत्रित किया गया हैं।
- स्मार्ट सिटी एक अभूत बड़े पैमाने पर लायी गई योजना हैं जिसे मूलरूप देने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक हैं।
- देश की पहली स्मार्ट सिटी (GIFT) का कार्य वर्ष 2011 में ही शुरू हो गया था।
- प्रधानमंत्री मोदी जी ने गुजरात में एक स्मार्ट सिटी डेवेलप्मेंट का कार्य शुरू भी कर दिया हैं इस स्मार्ट सिटी का कार्य मोदी जी ने वर्ष 2011 में अहमदाबाद के नजदीक ही शुरू कर दिया था जिसे गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशल टेक (GIFT) नाम दिया गया हैं। यह गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंशल टेक अन्य स्मार्ट सिटी के लिए एक उदहारण का कार्य करेगी।
- Smart City का यह फैसला हम सभी के लिए बहुत अच्छा होगा। देश के विकास के लिए शहरो के विकास जरुरी हैं और साथ ही गाँव की रुपरेखा भी सुधारना बहुत जरुरी हैं। जिसके लिए हर राज्य में एक स्मार्ट सिटी होना जरुरी हैं। और जिस दिन यह कार्य हो जायेगा देश का विकास तेजी से होगा।
- Smart City एक ऐसा कॉन्सेप्ट हैं जो हम सभी को डिजीटल दुनियाँ के और भी करीब ले जायेगा। जिससे विज्ञान की तेजी के साथ ही हम सबका का मानसिक विकास होगा। हममे और पश्चिमी देशो में बस डिजिटलाइजेशन का ही फर्क हैं। हमारे विकास की दर कम हैं उसका कारण हैं डिजिटल दुनियाँ से हमारी दुरी। अगर हम यह दुरी तय कर लेते हैं तो हम आसानी से विकसित देश की गिनती में आ खड़े होंगे।
- मोदी जी ने अपनी स्पीच में यह स्पष्ट कर दिया हैं कि यह स्मार्ट सिटी योजना उपर से नहीं नीचे से शुरू हो रही हैं जिसमे अपने शहर की जानकारी एवम समस्या पर पहली बार नगर निगम एवम पालिका बात करेंगी। लोगो को जागरूक बनाने के लिए #Mera_Shahar_Mera_Sapna (मेरा शहर मेरा सपना) का स्लोगन भी श्री मोदी जी ने दिया। अब इस दिशा में कार्य निम्न स्तर से शुरू होगा।
स्मार्ट सिटी मिशन की रणनीति :
- पैन- सिटी : इसके अंतर्गत परिवहन क्षेत्र में स्मार्ट समाधानों के प्रयोग द्वारा यातायात में लगने वाले समय तथा कीमत को कम करने की सुविधा प्रदान करना है।जल की आपूर्ति हेतु गंदे पानी को पुनः साफ करने के जल प्रबंधन प्रणाली का विकास करना है।
- हरित क्षेत्र : शहरों के आसपास हरित क्षेत्र विकसित करना।
- पुनर्विकास : इसके अंतर्गत घनी आबादी वाले क्षेत्र में 50 एकड़ की भूमि की पहचान नागरिकों से सलाह के आधार पर किया जायेगा। इस भूमि पर स्मार्ट सिटी की सुविधाओं के आधार पर नए मॉडल तैयार करके पुनर्विकास किये जाने का प्रावधान है।
- स्मार्ट सिटी का पहले शहर के विकास का कार्य प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्ष 2011 में गुजरात के अहमदाबाद शहर के निकट गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंसियल टेक (GIFT) के नाम से शुरू कर दिया गया था। ये अन्य स्मार्ट शहरों के विकास के लिए मॉडल का काम करेगा।
स्मार्ट सिटी मिशन की चुनौतियां :
- यह पहली बार है, शहरी विकास मंत्रालय कार्यक्रम में धन के लिए शहरों का चयन करने के लिए चुनौती या प्रतियोगिता पद्धति और क्षेत्र-आधारित विकास की रणनीति का उपयोग कर रहा है, । यह प्रतिस्पर्धी और सहकारी संघवाद की भावना को दर्शाता है।
- राज्य और शहरी स्थानीय निकाय स्मार्ट शहरों के विकास में महत्वपूर्ण सहायक भूमिका निभाएंगे। स्मार्ट नेतृत्व और दृष्टि और इस स्तर पर निर्णायक कार्रवाई करने की क्षमता मिशन की सफलता को निर्धारित करने वाले महत्वपूर्ण कारक होंगे।
- विभिन्न स्तरों पर पुनर्संयोजन, पुनर्विकास और ग्रीन-फील्ड विकास की अवधारणाओं को समझने के लिए नीति निर्माताओं, कार्यान्वयनकर्ताओं और अन्य हितधारकों द्वारा क्षमता समर्थन की आवश्यकता होगी।
- चुनौतियों में भागीदारी से पहले नियोजन चरण के दौरान समय और संसाधनों में प्रमुख निवेश करना पड़ता है। यह पारंपरिक डीपीआर-चालित से अलग है।
स्मार्ट सिटी मिशन के लिए उत्सुक व्यक्तियों की आवश्यकता होती है जो प्रभावी रूप से प्रशासन और परिवर्तनों में भाग लेते हैं। शासन में औपचारिक भागीदारी से अधिक नागरिकों की भागीदारी है। स्मार्ट लोग कार्यान्वयन और पोस्ट-प्रोजेक्ट संरचनाओं के दौरान स्मार्ट सिटी की परिभाषा में शामिल होते हैं, स्मार्ट समाधान का उपयोग करने के निर्णय, सुधारों को लागू करने, कम संसाधन लेने और स्मार्ट शहर के विकास क्रम को स्थिर करने के लिए पर्यवेक्षण करते हैं। लोग सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, विशेष रूप से मोबाइल-आधारित उपकरणों के अधिक उपयोग के माध्यम से विशेष प्रयोजन वाहनों में भाग लेने में सक्षम होंगे।
स्मार्ट सिटी बनाये जाने में शहरों के नाम :
अब तक स्मार्ट सिटी योजना में जिन राज्यों के शहरों के होने की खबर हैं उनकी सूचि निम्नानुसार हैं ।
मध्यप्रदेश
क्रमांक | नाम |
1 | भोपाल |
2 | इंदौर |
3 | सागर |
4 | जबलपुर |
5 | सतना |
6 | उज्जैन |
7 | ग्वालियर |
उत्तरप्रदेश
क्रमांक | नाम |
1 | कानपुर |
2 | इलाहबाद |
3 | लखनऊ |
4 | झाँसी |
5 | आगरा |
6 | वाराणसी |
7 | मुरदाबाद |
8 | अलीगढ़ |
9 | सारहनपुर |
10 | बरेली |
11 | रामपुर |
12 | गाजियाबाद |
महाराष्ट्र
क्रमांक | नाम |
1 | पुणे |
2 | नवी मुंबई |
3 | नागपुर |
4 | नासिक |
5 | औरंगाबाद |
6 | कल्याण डोम्बिवली |
7 | ठाणे |
8 | अमरावती |
9 | सौलहपुर |
10 | ग्रेटर मुंबई |
पौण्डीचेरी
क्रमांक | नाम |
1 | ओउलग्रेट |
केरला
क्रमांक | नाम |
1 | कोच्ची |
लक्ष्यद्वीप
क्रमांक | नाम |
1 | कवर्रती |
मिजोरम
क्रमांक | नाम |
1 | ऐज्वाल |
हिमाचल प्रदेश
क्रमांक | नाम |
1 | धर्मशाला |
गोवा
क्रमांक | नाम |
1 | पणजी |
मेघालय
क्रमांक | नाम |
1 | शिलांग |
डेल्ही
क्रमांक | नाम |
1 | डेल्ही |
दमन दिउ
क्रमांक | नाम |
1 | दिउ |
अंडमान निकोबार
क्रमांक | नाम |
1 | पोर्ट ब्लेयर |
छत्तीसगढ़
क्रमांक | नाम |
1 | रायपुर |
2 | बिलासपुर |
चंडीगढ़
क्रमांक | नाम |
1 | चंडीगढ़ |
असम
क्रमांक | नाम |
1 | गुवाहटी |
अरुणाचल प्रदेश
क्रमांक | नाम |
1 | पासीघाट |
दादरा नगर हवेली
क्रमांक | नाम |
1 | सिलवासा |
मणिपुर
क्रमांक | नाम |
1 | इम्फाल |
नागालैंड
क्रमांक | नाम |
1 | कोहिमा |
उड़ीसा
क्रमांक | नाम |
1 | भुबनेश्वर |
2 | राउरकेला |
गुजरात
क्रमांक | नाम |
1 | अहमदाबाद |
2 | सूरत |
3 | वडोदरा |
4 | राजकोट |
5 | दाहोद |
6 | गाँधीनगर |
राजस्थान
क्रमांक | नाम |
1 | जयपुर |
2 | अजमेर |
3 | कोटा |
4 | उदय पुर |
झारखण्ड
क्रमांक | नाम |
1 | रांची |
त्रिपुरा
क्रमांक | नाम |
1 | अगरतला |
तेलंगाना
क्रमांक | नाम |
1 | ग्रेटर वारंगल |
2 | ग्रेटर हेद्राबाद |
सिक्किम
क्रमांक | नाम |
1 | नामची |
पंजाब
क्रमांक | नाम |
1 | लुधियाना |
2 | अमृतसर |
3 | जालंधर |
बिहार
क्रमांक | नाम |
1 | मुज्जफरपुर |
2 | भागलपुर |
3 | बिहारशरीफ |
हरियाणा
क्रमांक | नाम |
1 | फरीदाबाद |
2 | कर्नल |
कर्नाटका
क्रमांक | नाम |
1 | मंगलुरु |
2 | बेलगावी |
3 | शिवमोगा |
4 | हुब्ब्ली – धारवाड़ |
5 | तुमकुरु |
6 | देवेनगरी |
आंध्रप्रदेश
क्रमांक | नाम |
1 | विशाखापत्तनम |
2 | तिरुपति |
3 | काकीनाडा |
तमिलनाडु
क्रमांक | नाम |
1 | चेन्नई |
2 | कोयंबटूर |
3 | मदुरई |
4 | तिरुचिरापल्ली |
5 | सलेम |
6 | तिरुन्नेवली |
7 | वेल्लोर |
8 | तिरुपुरा |
9 | इरोड |
10 | तंजावुर |
11 | डिंडीगुल |
12 | मदुरै |
13 | थूठुकुडी |
उत्तराखंड
क्रमांक | नाम |
1 | देहरादून |
पश्चिम बंगाल
क्रमांक | नाम |
1 | न्यू टाउन कोलकाता |
2 | दुर्गापुर |
3 | हल्दिया |
4 | बिधाननगर |