फसलों की सिंचाई पर मिलने वाली सब्सिडी के लिए किसानों को अब ऑनलाइन आवेदन करना होगा। निबंधित किसानों को अधिकृत विक्रेता से प्राप्त डीजल खरीद की रसीद को विभागीय पोर्टल पर आवेदन के साथ अपलोड करना होगा।
सरकार ने किसानों को डीजल अनुदान की राशि 50 रुपए प्रति लीटर कर दी है।पहले अनुदान 40 रुपए प्रति लीटर था।सरकार ने कृषि कार्य के लिए प्रति यूनिट बिजली का दर 96 पैसे से घटाकर 75 पैसा कर दिया है। यह दर सरकारी और निजी दोनों ट्यूबबेल के लिए होगी। सब्सिडी पर सरकार करीब 200 करोड़ रुपए खर्च वहन करेगी। बैठक में यह हुआ कि ऊर्जा विभाग ट्रांसफार्मर के खराब होने की सूचना मिलने पर पूर्व में 72 घंटे की जगह अब 48 घंटे के अंदर नया ट्रांसफर्मर लगायेगा। धान की चार सिंचाई पर किसानों को प्रति एकड़ 400 रुपये डीजल सब्सिडी के रूप में मिलेंगे।
इसी तरह मक्का की दोनों फसलों पर सब्सिडी दी जाएगी। अन्य खरीफ फसलों में दलहन, तेलहन, मौसमी सब्जियां, औषधीय एवं सुगंधित पौधे की तीन सिंचाई के लिए डीजल अनुदान दिया जाएगा।नया नियम गांवों एवं शहरों में समान रूप से लागू होगा। बैंक एक क्लिक में सभी किसानों को भुगतान कर देगा। लाभार्थी किसानों की सूची जिला प्रशासन पहले बैंक को भेजेगा।
योजना के लांच की जानकारी :
क्र. म. | योजना की जानकारी बिंदु | योजना की जानकारी |
1. | योजना का नाम | डीजल अनुदान (सब्सिडी) बिहार |
2. | योजना का लांच | 2017 |
3. | योजना की शुरुआत | बिहार मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा |
4. | योजना के लाभार्थी | बिहार के किसान |
5. | संबंधित विभाग | कृषि विभाग |
6. | अधिकारिक वेबसाइट | http://dbtagriculture.bihar.gov.in/ |
बिहार डीजल अनुदान योजना :
बिहार डीजल अनुदान योजना का लाभ 30 अक्टूबर तक तथा रबी के लिए यह लाभ 7 मार्च तक मिल सकेगा। फसलों के लिए 30 अक्टूबर 2019 तक डीजल अनुदान मिलेगा। किसानों को 40 रुपए प्रति लीटर की दर से एक बार सिंचाई के लिए डीजल अनुदान राशि 400 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि धान और जूट जैसी फसलों में दो बार सिंचाई के लिए डीजल अनुदान राशि 800 रुपए प्रति एकड़ की दर से अनुदान दिया जाएगा।
इसके अलावा दलहन, तेलहन और मौसमी सब्जियों में तीन बार सिंचाई के लिए 1200 रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से अनुदान देने का प्रावधान है। प्यारे दोस्तों हमारे इस आर्टिकल को विस्तारपूर्वक ध्यानपूर्वक से पढ़िए| हम अपनी इस आर्टिकल में डीजल अनुदान ऑनलाइन अप्लाई विस्तारपूर्वक जानकारी दी जाएगी। हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार डीजल अनुदान बिहार कर सकते हैं। हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार घर बैठे डीजल अनुदान ऑनलाइन अप्लाई बिहार का लाभ ले सकते हैं।
डीजल अनुदान बिहार सब्सिडी :
- डीजल अनुदान का लाभ उठाने के लिए किसानों को कृषि विभाग के प्रत्यक्ष लाभ अंतरण के वेबसाईट पर जाकर पंजीकरण कराना होगा।
- पहले से पंजीकृत किसानों को इस प्रक्रिया से छूट मिलेगी।
- वे वेबसाईट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन के लिए किसानों के पास अपना मोबाइल नंबर, आधार से जुड़ा बैंक खाता होना जरूरी है।
- इसके साथ जमीन का विवरण भी किसान के पास होना चाहिए।
योजना की विशेषताएं :
- किसानों को सहायता :- इस योजना के माध्यम से सरकार बिहार राज्य के किसानों की मदद करना चाहती है। ताकि उन्हें कृषि के लिए उपयोग होने वाले डीजल के लिए परेशानियों का सामना न करना पड़े।
- अनुदान के लाभार्थी :- इस अनुदान के तहत दी जाने वाले किसानों की संख्या लगभग 11,00 हो सकती हैं। अतः इतने लोग इसके लाभ को प्राप्त कर सकेंगे।
- ऑनलाइन भुगतान प्रणाली :- पहले जब किसानों को यह सब्सिडी प्रदान की जाति थी तो उसमें 3 महीने का लम्बा समय लगता था, किन्तु ऑनलाइन भुगतान प्रणाली के आने से किसान 25 दिनों के अंदर ही सब्सिडी प्राप्त कर लेंगे। यह उनके बैंक अकाउंट में डाली जाएगी।
- सब्सिडी की राशि :- इस योजना के अंतर्गत दी जाने वाली सब्सिडी की राशि पहले 35 रूपये प्रति लीटर थी, जिसे इस साल की शुरुआत में 40 रूपये प्रति लीटर कर दिया गया था। और अब किसानों को 50 रूपये प्रति लीटर की दर से डीजल सब्सिडी के पैसे प्रदान किये जायेंगे।
- अन्य सुविधा :- ग्रामीण इलाकों में पहले 16 से 18 घन्टे बिजली की सप्लाई होती थी, किन्तु अब इन्हें सिंचाई के उद्देश्य के लिए दिन में 20 से 22 घन्टे बिजली सप्लाई की जाएगी। कृषि के उद्देश्य के लिए बिजली का टैरिफ 96 पैसे प्रति यूनिट से घटाकर 75 पैसे प्रति यूनिट हो गया हैं। यह 75 पैसे प्रति यूनिट की दर राज्य ट्यूबवेल्स या निजी ट्यूबवेल्स पर भी लागू होगी।
योजना के लिए पात्रता मापदंड :
- बिहार का निवासी :- इस योजना के लिए आवासीय पात्रता पर खरा उतरना आवश्यक है अतः बिहार के किसान ही इस योजना का लाभ उठा पाएंगे।
- केवल किसानों के लिए :- इस योजना में दी जाने वाली सब्सिडी केवल किसानों को प्रदान की जाएगी, ताकि उन्हें कृषि कार्य में परेशानी न हो सके।
- बैंक अकाउंट धारकों के लिए :- सब्सिडी की राशि बैंक अकाउंट धारकों को ही प्रदान की जाएगी। इसके लिए किसानों का खुद का बैंक में अकाउंट होना बहुत आवश्यक है।
बिहार डीजल सब्सिडी के लिए दस्तावेज़ सूची :-
- स्थायी पता प्रमाण पत्र।
- किसान कृषि प्रमाण पत्र।
- आधार कार्ड।
- आधार लिंक बैंक खाता।
- डीजल विक्रेता की रसीद।
इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया :
सभी इच्छुक एवं योग्य किसानों को इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए इसके ऑनलाइन आवेदन फॉर्म को भरना होगा। इसके लिए प्रक्रिया इस प्रकार है –
- सबसे पहले आपको सब्सिडी के लिए आवेदन करने के लिए इसके अधिकारिक वेब पोर्टल http://dbtagriculture.bihar.gov.in/ पर विजिट करना होगा।
- जैसे ही आप इस पर क्लिक करेंगे आपके सामने कई विकल्प दिखाई देंगे उनमें से आपको ‘डीजल अनुदान’ पर क्लिक करना होगा, इससे आप सब्सिडी पेज पर पहुँच जायेंगे।
- यहाँ आपसे आवेदन का प्रकार एवं पंजीकरण संख्या पूछा जायेगा। आपको आवेदन के प्रकार में “डीजल अनुदान आवेदन” का चयन करना होगा एवं अपनी सही – सही पंजीकरण संख्या भरनी होगी। इसके अलावा यहाँ इसके कुछ दिशानिर्देश भी दिए हुए होंगे। उसे ध्यान से पढ़ें।
- यहाँ से आप आवेदन फॉर्म को ऑनलाइन भरने की प्रक्रिया में पहुँच जायेंगे। जहाँ आपको अपनी डीजल की खरीद की स्कैन की हुई रसीद को अपलोड करना होगा।
- इसके साथ ही आपको यहाँ अपना बैंक अकाउंट नंबर भी देना होगा जोकि आपके आधार कार्ड से लिंक किया हुआ हो।
- यदि सभी जानकारी सही – सही और जगह पर हैं तो सम्बंधित विभाग द्वारा डीजल की सब्सिडी सीधे आवेदक के बैंक अकाउंट में स्थानान्तरित कर दी जाएगी।
- यह बिहार के किसानों के लिए बहुत अच्छी खबर हैं, जोकि बिहार राज्य सरकार द्वारा दी गई है। इससे न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि सिस्टम में पारदर्शता भी आयेगी। साथ ही काम भी बहुत अच्छे से हो जायेगा।