यह योजना गरीबी रेखा के नीचे के परिवारों के लिए लागू की गई थी विश्व के गरीब परिवारों में भी लड़कियों का जन्म हो सके कई परिवारों में यह पूर्वाग्रह आज भी है कि लड़कियों के जन्म से घर में परेशानी बढ़ जाती हैं परिवार वाले जन्म के समय इन बच्चियों के जाने की बात से सोचने लगते हैं और इसी डर की वजह से कई बार कन्या भ्रूण हत्या जैसे अपराध होते हैं इसीलिए योजना का गठन किया है।
ताकि कन्या भ्रूण हत्या को रोका जा सके।भाग्यलक्ष्मी योजना एक ऐसी स्कीम है इसके अंतर्गत बेटी के पैदा होने पर उसको 50 हजार की राशि दी जाएगी जल्द ही इस योजना का लाभ महिलाओं को भी मिलेगा उनको भी 5100रुपए दिए जाएंगे जिन को लड़की पैदा होगी इस राशि का देने का मुख्य उद्देश्य लड़कियों की संख्या में बढ़ोतरी हो तथा उनको पढ़ा-लिखाकर काबिल बनाया जाए ताकि लोग पैसे की कमी के अभाव में लड़कियां की जल्दी शादी ना करें।
लांच की जानकारी
1. | योजना का नाम | भाग्यलक्ष्मी योजना उत्तरप्रदेश |
2. | योजना का लांच | सन 2006 – 07 |
3. | योजना का रिलांच | सन 2017 |
4. | योजना की दोबारा शुरुआत | यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा |
5. | योजना की देखरेख | उत्तरप्रदेश के महिला कल्याण विभाग |
6. | योजना के लाभार्थी | छोटी बच्चियां और उनकी माताएं |
गरीब बच्चियों का विकास :- इस योजना के माध्यम से गरीब बच्चियों की उनके परिवार और समाज में स्तिथि के विकास का लक्ष्य तय किया गया है। यदि सरकार उन बच्चियों की आर्थिक सहायता करती है, तो उन पर वे बच्चियां आगे जाकर बोझ नहीं रहेंगी।
उत्तर प्रदेश भाग्यलक्ष्मी योजना का उद्देश्य:-
इस योजना का लक्ष्य लड़के और लड़कियों के लिंग अनुपात में समानता लाना तथा लड़की के अभिभावकों को उनकी शादी में दहेज की चिंता से राहत दिलाना है। दहेज के कारण गरीब परिवारों में बेटियों को जन्म से हीं बोझ समझा जाता है। जिसके कारण उनकी पढ़ाई पर खर्च न करके अभिभावक दहेज के लिए धन जोड़ने लगते हैं। इस योजना के माध्यम से उनकी पढ़ाई में विभिन्न स्तर पर मदद करके, सरकार द्वारा लड़कियों को सशक्त वआत्मनिर्भर बनाने का अवसर प्रदान करने का प्रयास किया गया है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश राज्य के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के परिवारों को बेटी के जन्म पर 50,000 रूपए का बांड (bond) राज्य सरकार की ओर से दिए जाने का प्रावधान है।
योजना में दिए जाने वाले लाभ:-
- वित्तीय सहायता :- इस योजना के तहत छोटी बच्चियों को जन्म देने वाली माताओं को उनकी बच्चियों के पालन पोषण के लिए 50,000 रूपये तक के बांड की वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी, और साथ ही उन्हें उनकी अच्छे से देखभाल करने में मदद के लिए 5,100 रूपये भी अलग से राज्य सरकार द्वारा दिए जायेंगे।
- बच्चियों के लिए दी जाने वाली छात्रवृत्ति :- इस योजना के तहत बच्चियों की शिक्षा के लिए उन्हें छात्रवृत्ति भी प्रदान की जाएगी। बच्ची के 6 वीं कक्षा में प्रवेश करने पर उन्हें 3000 रूपये, 8 वीं कक्षा में 5000 रूपये, कक्षा 10 वीं में 7000 रूपये, और कक्षा 12 वीं में 8000 रूपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
- ब्याज की राशि :- इस योजना में दी जाने वाली राशि लाभार्थी के बैंक अकाउंट में जमा की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा जमा की गई राशि पर बैंक द्वारा विशेष ब्याज भी दिया जायेगा। जब उम्मीदवार 18 साल की होंगी, तो वे इस ब्याज की राशि को निकालने के लिए सक्षम होंगी।
- अन्य सहायता :- इस योजना में रजिस्टर्ड होने वाली बच्चियों को इन सहायताओं के अलावा अन्य सहायतायें भी प्रदान की जाएगी।
- यदि कोई बच्ची किसी बीमारी का शिकार हो जाती है, तो उसके ईलाज के लिए उन्हें 25,000 रूपये की राशि दी जाएगी।
- यदि उनकी किसी कारण से मृत्यु हो जाती है, तो उसका परिवार 42,500 रूपये तक की राशि सरकार से प्राप्त कर सकता है।
- वहीं बच्ची की सडक दुर्घटना में मृत्यु होने पर उसके परिवार को 1 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे।
- बच्ची के 21 साल की उम्र पार करने के बाद उनकी शादी के लिए उन्हें 2 लाख रूपये भी प्रदान किये जायेंगे।
उत्तर प्रदेश भाग्य लक्ष्मी योजना महत्वपूर्ण विशेषताएं:-
गरीबी रेखा परिवारों से नीचे या प्रति वर्ष 2 लाख रुपये से कम कमाई करने वाले लोग, इस योजना का लाभ उठाने के लिए पात्र होंगे। यूपी भाग्य लक्ष्मी योजना की मुख्य मुख्य विशेषताएं नीचे दी गई हैं:
- केवल बीपीएल के तहत आने वाले या जिनकी वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम है, इस योजना के तहत लाभान्वित होंगे।
- यह योजना यूपी सरकार के महिला कल्याण विभाग द्वारा लागू की जाएगी। विभाग इस योजना के ब्लूप्रिंट को अंतिम रूप दे रहा है।
- इस योजना के तहत, नवजात शिशु की मां को 50,000 रुपये का बांड जारी किया जाएगा और 5,100 रुपये भी दिए जाएंगे।
- लड़की की 21 साल की उम्र तक लड़की के माता-पिता को 2 लाख रुपये की कुल वित्तीय सहायता मिलेगी।
यूपी भाग्य लक्ष्मी योजना के तहत, माता-पिता को सहायता राशि प्रदान की जाएगी जैसे ही लड़की बड़ी होती जाएगी। जब लड़की 6 वीं कक्षा तक पहुंच जाएगी, तो माता-पिता को 3,000 रुपये, 8 वीं कक्षा में 5000 रुपये, कक्षा 10 में 7,000 रुपये और 12 वीं कक्षा में 8,000 रुपये दिए जाएंगे। जब तक लड़की 21 वर्ष की आयु प्राप्त कर लेगी तब तक लड़की के माता-पिता को 2 लाख रुपये का कुल लाभ प्रदान किया जाएगा।
भाग्य लक्ष्मी योजना यूपी के लिए पात्रता मापदंड :-
- इस योजना का लाभ उठाने वाले परिवार की वार्षिक आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- आवेदक के पास खुद का और लाभार्थी का आधार कार्ड होना आवश्यक है।
- माता-पिता को उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।
- परिवार में बच्चों की कुल संख्या 3 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
- लड़की की शादी 18 वर्ष से कम उम्र में नहीं होनी चाहिए।
- बच्ची को स्वास्थ्य विभाग से रोग प्रतिरक्षी करना आवश्यक है।
- किसी सरकारी शिक्षण संस्थान में दाखिला करवाना आवश्यक है।
भाग्यलक्ष्मी योजना में आवेदन के लिए पात्रता:-
- आवेदक परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के तहत आवेदक परिवार में दो लड़कियों को ही इस योजना का लाभ प्राप्त होगा।
- आवेदक परिवार की लड़कियों का जन्म वर्ष 2006 के बाद हुआ हो।
- आवेदक परिवार गरीबी रेखा के नीचे की श्रेणी का होना चाहिए।
- परिवार की वार्षिक आय रूपए 2,00,000 से कम होनी चाहिए।
- इस योजना में आवेदन लड़की के जन्म के एक महीने के अंदर करना अनिवार्य है।
- भाग्यलक्ष्मी योजना का लाभ उठाने के लिए माता-पिता का शपत पत्र।
- नवजात बालिका बाल श्रमिक नहीं बनेंगी।
- लड़की की शादी18 वर्ष की आयु के बाद करना अनिवार्य होगा।
- लड़की किसी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करेगी।
- आंगनवाडी केंद्र में लड़की का नामांकन कराना अनिवार्य होगा।
भाग्यलक्ष्मी योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़:-
- उत्तर प्रदेश राज्य का स्थियी निवास प्रमाण पत्र
- आधार कार्ड
- लड़की का जन्म प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- घर के पते का प्रमाण पत्र
- बैंक खता किसी राष्ट्रीयकृत बैंक का होना चाहिए
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया :-
- ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आवेदकों को इसकी अधिकारिक वेबसाइट की लिंक http://mahilakalyan.up.nic।in/ पर क्लिक करने की आवश्यकता है। यहाँ से आपको इसका डिजिटलाइज्ड आवेदन फॉर्म प्राप्त हो जायेगा।
- इस आवेदन फॉर्म में आपको अपनी सभी जानकारी सही – सही भरनी होगी। और सभी दस्तावेजों को इसके साथ अटैच करना होगा।
- इसके बाद आपको इस फॉर्म को सुरक्षित रखने एवं इसे जमा करने के लिए सेव / सबमिट बटन कर क्लिक करना होगा। और अंत में आपके द्वारा जमा किये गए आवेदन फॉर्म की सम्बंधित अधिकारी द्वारा जाँच की जाएगी।
- यह योजना समाज की उस समस्या को खत्म करने में मदद करेगी जो लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव करते हैं, और अक्सर लड़कियों को बोझ समझते हैं। इस तरह की योजना के आने से समाज के साथ – साथ देश का भी विकास होगा।