योजना डेस्क। पीएम मोदी ने आज छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 के मद्देनजर दुर्ग में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया में लाॅकडाउन था तब हमारी सरकार ने देश के गरीबों के लिए पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की थी। इसी योजना के तहत आज भी आपको फ्री चावल और चने मिल रहे हैं। ये योजना दिसंबर में समाप्त हो रही थी लेकिन हम इसे अगले 5 सालों के लिए बढ़ा रहे हैं। आइये जानते हैं क्या है गरीब कल्याण अन्न योजना और कौन ले सकता है इसका लाभ?
बता दें कि इस योजना की शुरुआत पीएम मोदी ने 17 दिसंबर 2016 को की थी। इसके बाद जब कोरोना संकट आया तो पीएम ने 7 जून 2021 को इसका विस्तार कर दिया। इस योजना के तहत देश के 80 करोड़ गरीबों को हर महीने 5 किलो गेहूं या चावल और 1 किलो दाल मिलती है। इसके अलावा प्रत्येक परिवार को 1 किलो साबुत चना भी दिया जाता है। इसके अतिरिक्त बीपीएल परिवारों को महीने में एक फ्री सिलेंडर भी दिया जाता है। कोविड के दौरान पीएम मोदी ने गरीब कल्याण योजना के तहत 1.70 लाख करोड़ का राहत पैकेज जारी किया था। कोरोना काल के दौरान सरकार ने 3 महीनों के लिए 20 करोड़ महिलाओं को 500रुपए प्रति माह दिए थे।
देश में मेरा कोई भी परिवारजन भूखा न सोए, इसलिए 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना को भाजपा सरकार अब अगले पांच साल के लिए और बढ़ाएगी। pic.twitter.com/FAt9yhC85F
— Narendra Modi (@narendramodi) November 4, 2023
इन लोगों को मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले सभी परिवारों को मिलता है। इसके अलावा अंत्योद अन्नयोजना वाले परिवार, विधवा, बीमार व्यक्ति, विकलांग, 60 साल से अधिक आयु के लोगों को, सिंगल मेन और सिंगल लेडी, भूमिहीन खेतीहर मजदूर, ग्रामीण कारीगर, शिल्पकार के अलावा सभी आदिम आदिवासी परिवार इस योजना के पात्र हैं। इसके अलावा रेहड़ी पटरी का काम करने वाले सभी लोगों को भी इस योजना का लाभ मिलता है।
NFSA के तहत पहले से जो अनाज मिल रहा है, वो भी नियमित रूप से चलता रहेगा। PMGKAY के बारे में बता दें कि ये 30 जून, 2020 से लेकर अब तक चलती आ रही है। इससे पहले इसे दिसंबर 2023 तक बढ़ाया गया था। ये 1.70 लाख करोड़ के वार्षिक बजट का पैकेज है। पीएम मोदी ने इसे 5 साल के लिए बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा कि वो गरीब के बेटे हैं, उन्होंने गरीबी देखी है और इसीलिए वो गरीबों का दर्द को भी समझते हैं।
बता दें कि इस योजना के तहत हर परिवार को 5 किलो गेहूँ या चावल और 1 किलो दाल मुफ्त में मिलती है। साथ ही एक किलो साबूत चना भी उन्हें दिया जाता है। इसमें गरीबी रेखा के नीचे रह रहे लोगों को मदद मिलती है। सीमान्त किसानों और दिव्यांगों को भी इसका लाभ मिलता है। इस योजना को केंद्र सरकार के ‘मास्टरस्ट्रोक’ के रूप में भी देखा जाता है, जिससे गरीबों को अच्छा-खासा लाभ हुआ है। इसके कारण भीषण वैश्विक महामारी के दौरान भी देश भुखमरी से बच गया।
दिसंबर 2023 के बाद भी मिलता रहेगा फ्री राशन
पीएम मोदी ने कोरोना का जिक्र करते हुए कहा कि जब पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही थी। पूरी दुनिया में खाने का संकट पैदा हो गया था। हमने उस समय पीएम गरीब कल्याण योजना शुरु की, जिससे आपको आज भी फ्री में चावल और चने मिल रहे हैं। ये योजना दिसंबर में खत्म हो रही है, लेकिन हम इसे अगले 5 सालों के लिए और बढ़ा रहे हैं। ऐसे में देश के गरीब परिवारों को फ्री राशन की सुविधा दिसंबर बाद भी मिलती रहेगी। पहले इस स्कीम को दिसंबर 2023 तक जारी रखा जाना था।
कांग्रेस गरीबों के हक का पैसा लूटकर तिजोरी भरती रहीः पीएम मोदी
छत्तीसगढ़ के दुर्ग में रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि साल 2014 में सरकार बनाने के बाद से ही उन्होंने देश के गरीबों के कल्याण को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी नहीं चाहती कि देश के गरीबों का भला हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गरीबों को हमेशा गरीब ही बनाए रखना चाहती है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को धोखे के सिवाय कभी कुछ नहीं दिया। जब तक कांग्रेस केंद्र सरकार में रही, वो गरीबों के हक का पैसा लूटकर अपने नेताओं की तिजोरी में भरती रही।