देश में बहुत से गरीब छात्र एवं छात्राएं ऐसे हैं जोकि पढ़ाई में अच्छे होने के बावजूद भी अपने आईएएस या आईपीएस बनने के सपने को पूरा नहीं कर पाते। इसका एक मात्र कारण होता है आर्थिक स्थिति का बेहतर न होना। जिसके चलते वे लोग अपने सपने को पूरा करने के लिए अच्छे शिक्षकों से कोचिंग नहीं ले पाते। छात्र एवं छात्राओं की इस परेशानी को दूर करने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा एक योजना की शुरुआत की गई है, जिसमें वे लोग जो गरीब हैं और एससी / एसटी श्रेणी में आते हैं उन्हें सरकार द्वारा मुफ्त में कोचिंग की सुविधा प्रदान की जाएगी। अब यह सुविधा किस तरह से और कितने लोगों को प्रदान की जाएगी यह जानकारी आपको नीचे इस लेख में दी हुई है।
लांच की जानकारी :
योजना का नाम | गरीब एससी/एसटी छात्रों के लिए उत्तराखंड फ्री कोचिंग स्कीम |
कब होगी घोषणा | जून 2019 |
कहां पर हैं योजना? | उतराखंड |
किनके लिए हैं योजना | गरीब एससी/एसटी छात्रों के लिए |
योजना में कुल बजट | 75 लाख रूपये |
संबंधित विभाग | समाज कल्याण विभाग |
उत्तराखंड फ्री एससी/एसटी कोचिंग योजना की विशेषताएं :
- कुल संसथान : सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के डायरेक्टर विनोद गोस्वामी के अनुसार अभ्यर्थी आईएएस, पीसीएस और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करेंगे, इसके लिए हल्द्वानी, हरिद्वार, देहरादून, उधमसिंह नगर जैसे अन्य जिलों के 11 इंस्टिट्यूट से प्रार्थना पत्र मंगवाए जायेंगे।
- योजना के लिए प्रस्तावित राशि : ये प्रस्ताव सरकार को भेजा जा चूका है, इसके लिए जून के महीने में आधिकारिक घोषणा होगी। इस बार कोचिंग के लिए राशि शैक्षिक संस्था को दी जायेगी। इस योजना के लिए सरकार को पांच महीने के कार्यकाल में 75 लाख रूपये खर्च करने होंगे।
- कोचिंग देने वाली संस्थानों का चयन : सोशल वेलफेयर डिपार्टमेंट के एडिशनल सेक्रेटरी रामविलास यादव ने कहा हैं कि फ्री कोचिंग उपलब्ध करवाने वाली शैक्षिक संस्थाओं का चयन हो चूका हैं, इसके लिए जून में विज्ञापन निकाला जायेगा और अभ्यर्थियों को जुलाई में चुना जायेगा।
- पाठ्यक्रमों का चयन : गरीब एससी/एसटी छात्रों के लिए उत्तराखंड फ्री कोचिंग स्कीम के लिए शैक्षिक संस्थाओं के चयन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। उत्तराखंड के फ्री-कोचिंग स्कीम के अंतर्गत छात्रों को आईएएस, पीसीएस और अन्य स्टेट लेवल की प्रतियोगी परीक्षा देनी होगी। एससी/एसटी कोचिंग स्कीम ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म मुफ्त नही होंगे, इसलिए योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग प्रोग्राम को समझना जरुरी हैं।
- कोचिंग में भुगतान : इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार लाभार्थियों को मुफ्त में कोचिंग देने के लिए कोचिंग सेंटर्स को कुछ निश्चित राशि तक का भुगतान करेगी।
उत्तराखंड मुफ्त कोचिंग योजना में पात्रता मापदंड :
- उत्तराखंड का निवासी : इस योजना में उत्तराखंड में रहने वाले गरीब छात्रों को लाभ प्रदान किया जाना है, इसलिए इसमें उत्तराखंड के निवासी ही शामिल हो सकते हैं।
- जाति पात्रता : इस योजना में केवल ऐसे एससी एवं एसटी जाति के छात्र – छात्राओं को कोचिंग दी जाएगी, जोकि गरीबी रेखा से नीचे की श्रेणी में आते हैं।
उत्तराखंड मुफ्त कोचिंग योजना सुपर 300 में उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया :
इस योजना के अंतर्गत यह तो हमने पहले ही आपको बता दिया है कि अगामी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए उत्तराखंड के अनुसूचित जाति और जनजाति श्रेणी के गरीब उम्मीदवारों को शामिल किया जायेगा। किन्तु इस योजना में उनका चयन किया जायेगा। इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को कोई आवेदन नहीं करना है बल्कि छात्रों का चयन ‘फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व’ के आधार पर किया जायेगा। अर्थात इस योजना में योग्य पहले 300 छात्र एवं छात्रायें मुफ्त में कोचिंग सुविधा प्राप्त करने के लिए चुने जायेंगे। अब तक इस योजना में सभी शिक्षण संस्थानों का चयन किया जा चूका है, और अब जुलाई 2019 से इस योजना में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी।