भारत देश के कमजोर वर्ग से संबंधित नौजवान लड़के-लड़कियां, जो किसी कारणवश शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाए या जो अपने लिए कोई काम नहीं ढूंढ पाए। उन नौजवानों को प्रोत्साहित करने के लिए देश में 2015 में “प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना” का आयोजन किया गया। इस योजना की घोषणा माननीय मुख्यमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा की गई थी। इस योजना के अंतर्गत देश के युवा नौजवान लड़के-लड़कियां जो बेरोजगार हैं और अपनी शिक्षा भी हासिल नहीं कर पाए। उन नौजवानों को शिक्षा तथा प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। बेरोजगार लड़के-लड़कियों को उनकी इच्छा अनुसार प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा, ताकि वह प्रशिक्षण हासिल करके अपना व्यवसाय शुरू कर पाएं। इस योजना के तहत देश का कोई भी नागरिक जो व्यवसाय शुरू करना चाहता है परंतु उसके पास योग्य प्रशिक्षण नहीं है, उसको इस योजना के तहत रजिस्टर करवा कर प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत ना केवल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा बल्कि उनको काम करने के अवसर भी प्रदान किए जाएंगे।
इस योजना के प्रशिक्षण का निरिक्षण क्षेत्र कौशल परिषदों और सम्बंधित राज्य सरकारों द्वारा किया जाएगा प्रधानमंत्री कौशल विकाश योजना के तहत युवाओ को लगभग 40 अलग-अलग तरह के तकनिकी क्षेत्रो की ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी जैसे की फ़ूड प्रोसेसिंग, कंस्ट्रक्शन, हेंडीक्राफ्ट, इलेक्ट्रॉनिक एंड हार्डवेयर, जेम्स एवं ज्वेलरी, फर्नीचर फिटिंग इत्यादि जैसे चीज़े सिखाए जाएंगे।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना मार्च अपडेट :
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना को शुरू करने के पीछे सरकार का उद्देश्य देश के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना है। इस योजना के तहत देश के युवाओं को भिन्न भिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान किए जाते हैं। ताकि वे आसानी से रोजगार प्राप्त कर सकें। सरकार ने अब तक इस योजना के 2 चरणों का सफल कर्यावांतन पूरा कर लिया है। अब सरकार इस योजना का तीसरा चरण शुरू करने जा रही है जो कि 1 मार्च 2021 से शुरू किया जाएगा। इस चरण का संचालन श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा किया जाएगा। तीसरे चरण में तुपुदाना में क्लासरूम तथा लैब शुरू की जाएगी और प्रशिक्षुओं को कीट का विवरण भी प्रदान किया जाएगा।
इस तीसरे चरण में नई पीढ़ी तथा उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। बहुत से औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को भी इस योजना के तहत जोड़ा गया है। अब देश के युवा पीएम कौशल विकास योजना के तहत लाभ प्राप्त कर प्रशिक्षण लेंगे और नौकरी प्राप्त कर सकेंगे। यह योजना देश की बेरोजगारी दर में गिरावट लाकर देश में विकास लाने में सहायता करेगी।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 :
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना देश के युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उनके लिए नौकरी ढूंढना आसान करने के उद्देश्य के साथ शुरू की गई थी। इस योजना का यह लक्ष्य था कि वर्ष 2020 तक एक करोड़ युवाओं को कवर करके उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। कोई भी लाभार्थी इस योजना के तहत 3 महीने, 6 महीने, या 1 साल का रजिस्ट्रेशन करा सकता है और अपने प्रशिक्षण के पूरा होने पर सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकता है। इस योजना के तहत प्रदान किए गए प्रशिक्षण के सर्टिफिकेट को पूरे देश में मान्य माना जाएगा।
पीएम कौशल विकास योजना 2021 के तहत वर्ष 2022 तक 40.2 करोड लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रशिक्षण को प्राप्त करने के लिए लाभार्थियों को कोई फीस नहीं भरनी होगी, उन्हें केवल अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर इसके लिए आवेदन करना होगा। इस कौशल विकास योजना के तहत युवा इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर फिटिंग आदि क्षेत्रों की ट्रेनिंग ले सकते हैं। सरकार ने इस योजना के सफलतापूर्वक कार्यान्वयन के लिए कई टेलीकॉम कंपनियों को इस योजना के साथ जोड़ा है।
Bubun, a soft skills trainer under @PMKVY_INDIA, recounts that the amount of dedication displayed by her students in learning new skills is incredible. To see her students getting certified by the Government & reaching new milestones, fills her with immense joy.#Skills4All #PMKVY pic.twitter.com/OdFvO0S7JA
— Skill India (@MSDESkillIndia) December 23, 2019
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण शुरू :
सरकार द्वारा अब जल्द ही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का तीसरा चरण शुरू किया जा रहा है। इस चरण की शुरुआत 15 जनवरी 2021 से होगी। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तीसरे चरण में देश के सभी 600 जिलों को कवर किया जाएगा। इस योजना के तहत लगभग 8 लाख लोग प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे। इस योजना के लिए सरकार ने 948.90 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 के तहत नई पीढ़ी तथा कार्बेट से संबंधित प्रशिक्षण भी प्रदान किए जाएंगे।
इस योजना की शुरुआत कौशल एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा की गई है। लगभग 200 से अधिक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 से जोड़ा गया है। PMKVY 1.0 और 2.0 के अनुसार प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 में सुधार एवं बदलाव किए गए हैं। इस योजना की शुरुआत 15 जुलाई 2015 को हुई थी जो अब तक लाखों लोगों को लाभ प्रदान कर चुकी है।
योजना का नाम | प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना |
किसके द्वारा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा |
कब शुरू हुई | 16 जुलाई 2015 |
उद्देश्य | देश के युवाओं को विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण प्रदान करना |
लाभार्थी | देश के बेरोजगार युवा |
लाभ | नि: शुल्क कौशल प्रशिक्षण |
विभाग | कौशल विकास एवं उद्यमिता विभाग |
ट्रेनिंग पार्टनर्स की संख्या | 32000 |
ट्रेनिंग के क्षेत्रों की संख्या | 40 |
आधिकारिक वेबसाइट | http://www.pmkvyofficial.org/ |
ईमेल | PMKVY@nsdcindia.org |
फैक्स | +91-11-46560417 |
टोल फ्री नंबर | 88000-55555 |
स्मार्ट हेल्पलाइन | 18001239626 |
NSDC TP हेल्पलाइन | 9289200333 |
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 जल्द की जाएगी चंडीगढ़ में आरंभ :
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत देश के युवाओं का कौशल विकास किया जाता है। जिससे कि उनके लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न हो सके। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 3.0 को चंडीगढ़ जिले में आरंभ किया जाएगा। इस बात की सूचना जिला अतिरिक्त उपायुक्त राजीव कुमार गुप्ता जी ने दी है। इस योजना का सफल कार्यान्वयन के लिए जिला कौशल समिति और उप समिति का गठन किया गया है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत युवाओं का कौशल विकास बाजार की मांग को देखते हुए किया जाएगा। इस योजना के माध्यम से मानव शक्ति की मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर दूर हो जाएगा। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत ऑन द साइट प्रशिक्षण दिया जाएगा और उसके बाद लाभार्थियों को संबंधित क्षेत्र में रोजगार प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना में 8 स्थानीय उद्योगों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई है। जो कि विंसम ग्रुप प्राइवेट लिमिटेड, शार्प इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड, उषा यार्न लिमिटेड, वाटिका स्पिनिंग मिल्स, सांबी इंडस्ट्रीज, आरबी forging, सीएजी इंजीनियरिंग लिमिटेड और सरोवर इंटरप्राइजेज है।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत संपूर्ण जिले में इस योजना से संबंधित जागरूकता भी फैलाई जाएगी। कौशल विकास के पश्चात उम्मीदवारों का काउंसलिंग कि जाएगी और उनके प्रशिक्षण बैच बनाए जाएंगे। काउंसलिंग होने के बाद उम्मीदवारों को प्लेसमेंट प्रदान की जाएगी। इसी के साथ उम्मीदवारों की नियुक्ति संबंधित परीक्षण सहायता की जाएगी और कौशल विकास प्रक्रिया से जुड़ी कोई भी शिकायत को हल किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है? :
10 मिलियन युवाओं को 12,000 करोड़ का बजट आवंटित करने के लिए एक और चार साल के लिए मंजूरी दी गई प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की प्रमुख योजना (MSDE) है जिसे राष्ट्रीय कौशल विकास निगम द्वारा कार्यान्वित किया गया है। इस कौशल प्रमाणन योजना का उद्देश्य बड़ी संख्या में भारतीय युवाओं को उद्योग-संबंधित कौशल प्रशिक्षण लेने में सक्षम बनाना है जो उन्हें बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद करेंगे। सीखने के पूर्व अनुभव या कौशल वाले व्यक्तियों को भी पूर्व शिक्षण की मान्यता (आरपीएल) के तहत मूल्यांकन और प्रमाणित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य :
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना युवाओं के लिए शुरू की गयी हैं। इसके अंतर्गत सरकार युवाओं को प्रशिक्षित कर नौकरी मुहैया कराएगी। नीचे इसके विभिन्न उद्देश्यों का वर्णन किया जा रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत सरकार कम से कम देश के 24 लाख युवाओं को विभिन्न तरह के तकनीकी क्षेत्रों में प्रशिक्षित करना चाहती है, जिसका कुल शुल्क 1,500 करोड़ रुपए का है।
- देश के युवाओं में कई ऐसे टैलेंट भी हैं, जो हैं तो कारगर किन्तु किसी वजह से लोगों तक नहीं पहुँच पा रहे और लोग उसका लाभ नहीं उठा पा रहे। ऐसे स्किल को लोगों के बीच लाने और औपचारिक तौर पर सर्टिफिकेशन करने के लिए भी इस योजना का प्रयोग किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत पाया गया सर्टिफिकेट समस्त भारत में मान्य होगा। अतः एक न्यूनतम शुल्क के साथ सरकार युवाओं को प्रशिक्षित कर ये सर्टिफिकेट देगी, जिसके आधार पर उन्हें निजी अथवा सरकारी क्षेत्र में नौकरियां प्राप्त हो सकेंगी।
- इस योजना के तहत युवाओं को उत्कृष्ट स्तर का अनुभव लोगों द्वारा प्रशिक्षित किया जायेगा, ताकि उन्हें उनके चयनित क्षेत्र सम्बंधित हर तरह का ज्ञान हो सके।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का कार्यान्वयन :
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओ को प्रशिक्षण प्रदान करना है जिससे की उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त हो सके। संक्षेप में कहे तो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का संचालन करने में केंद्र सरकार का मुख्य उद्देश्य देश के युवाओं को औद्योगिक प्रशिक्षण देना ही है। पीएम कौशल विकास योजना के द्वारा निम्न तरीको से युवाओ को लाभ पहुंचाया जायेगा।
- कौशल विकास योजना के तहत देश के युवाओ को स्किल ट्रेनिंग प्रदान करके रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराये जायेंगे।
- केंद्र तथा राज्य सरकारों के द्वारा कई टेलीकॉम कंपनियों के माध्यम से प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में युवाओ को मैसेज के द्वारा जोड़ा जायेगा।
- टेलीकॉम कंपनियों के द्वारा शहरी तथा ग्रामीण इलाको में भी युवाओ को इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जोड़कर प्रशिक्षित किया जायेगा।
- आपके कॉल करके आईवीआर सुविधा से जोड़ा जायेगा जिसके बाद कैंडिंडेट को अपनी जानकारी निर्देशानुसार भेजनी होगी।
- आपके द्वारा भेजी गयी जानकारी को पीएम कौशल विकास योजना के सिस्टम में सुरक्षित रूप से रख लिया जायेगा। इसेक बाद कैंडिडेट को उसके निकटतम ट्रेनिंग सेंटर की जानकारी देकर उससे जोड़ लिया जायेगा।
To bridge the gap between industry & it's requirement for skilled workforce, #PMKVY has identified priority sectors across the country which will support upskilling, reskilling & fresh skilling of youth. Top 5 sectors where maximum trainings have been conducted.#HarKaamDeshKeNaam pic.twitter.com/7TjDlzMdOh
— Skill India (@MSDESkillIndia) January 27, 2020
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का विशेषताएं :
- जो भी उम्मीदवार कौशल विकास योजना के साथ जुड़ेगा उसे प्रतिमा ₹8000 कौशल प्रशिक्षण के दौरान दिए जाएंगे।
- रोज़गार क्षमता और युवाओं को प्रोत्साहन कौशल प्रशिक्षण के लिए बढ़ावा देने के लिए कौशल प्रमाण पत्र के साथ मौद्रिक पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
- कौशल विकास योजना योजना के तहत प्रशिक्षण उद्योग जगत से जुड़ी राष्ट्रीय नेताओं के मानकों के आधार पर दिया जाएगा।
- योजना के तहत जिन लोगों के पास काम करने का हुनर है लेकिन उनके पास प्रमाण पत्र ना होने के कारण उन्हें कहीं भी काम ढूंढने में मुश्किल पैदा होती है इसके साथ उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे।
- एक बार प्रशिक्षण खत्म हो जाए तो प्रशिक्षित युवाओं को 8000 रुपए और प्रमाण पत्र दिया जाएगा लेकिन प्रशिक्षण के अंत में की जाने वाली परीक्षा मैं भी उन्हें उत्तीर्ण होना पड़ेगा।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से देश के बेरोजगार युवा आत्मनिर्भर बनेंगे।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का लाभ :
- कौशल विकास योजना 2021 के तहत, युवा लड़कों और लड़कियों को नि: शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत, बेरोजगार लड़के और लड़कियां खुद को पंजीकृत करके लाभ उठा सकेंगे।
- जिन छात्रों ने किसी भी कारण से 10 वीं, 11 वीं, 12 वीं कक्षा में स्कूल छोड़ दिया है, उन्हें भी इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है। यानी वे निशुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना व्यवसाय शुरू कर सकेंगे।
- जो छात्र कॉलेज छोड़ चुके हैं, वे भी अपना नाम पंजीकृत कर सकते हैं और नि: शुल्क प्रशिक्षण और काम के अवसर प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना के तहत लगभग 40 पाठ्यक्रम प्रदान किए गए हैं। ऐसे पाठ्यक्रम जिनमें युवा और महिलाएँ सूक्ष्म व्यवसाय और छोटे उद्योग शुरू कर सकते हैं।
- इस योजना के तहत, पंजीकृत युवा लड़कों और लड़कियों को 5 साल की शिक्षा और प्रशिक्षण सुविधा प्रदान की जाएगी।
- योग्य शिक्षकों या प्रतिभा विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण और कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।
- लड़कों और लड़कियों पर कोई वित्तीय बोझ नहीं डाला जाएगा।
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत नामांकन करने वाले लड़कों और लड़कियों को सभी प्रकार का प्रशिक्षण सहायता प्रदान की जाएगी।
- वित्तीय संकट में बेरोजगारों को अधिकतम लाभ प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।
- बेरोजगार लड़के और लड़कियों के कौशल में वृद्धि होगी।
- प्रशिक्षण प्राप्त कर बेरोजगार लड़के-लड़कियां आत्मनिर्भर बन सकेंगे।
- प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद, रोजगार प्राप्त करने और उद्योग स्थापित करने के अवसर प्रदान किए जाएंगे।
- युवाओं को सबके सामने खुद को साबित करने का मौका दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का योग्यता :
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए सबसे पहले लाभार्थी को भारत का नागरिक होने की आवश्यकता है। अतः भारत के अन्दर किसी भी राज्य का नागरिक इसका लाभ उठा सकता है।
- आवेदक को लॉन्च हुए स्कीम में से किसी एक स्कीम के तहत एक साल के लिए पंजीकरण कराने की आवश्यकता होती है। आवेदक को अपने द्वारा चयनित तकनीकी क्षेत्र का ज्ञान होना आवश्यक है।
- इसके अलावा भी आवेदक को बाक़ी बचे स्कीम में से एक स्कीम के अंतर्गत पंजीकरण कराने की आवश्यकता होती है।
- एक बार ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद सरकार द्वारा तय किया गया रिवॉर्ड दे दिया जाएगा. सारा रिवॉर्ड एक ही बार में दिया जायेगा।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना लक्ष्य और योजना परिव्यय – स्रोतों के आधार पर :
औसत इनाम राशि (रु।) | भौतिक लक्ष्य(लाख में प्रशिक्षुओं की संख्या) | वित्तीय लक्ष्य (Rs.in करोड़) | |
ताजा प्रशिक्षण | 8000 | 14 | 1120 |
आरपीएल (पहले सीखना को मान्यता) | 2200 | 10 | 220 |
उप कुल | 1340 | ||
जागरूकता और जुटाना | 67 | ||
अनुपूरक सदस्यता और स्थान सेवाओं के लिए (5%) प्रोत्साहन | 67 | ||
प्रशासनिक व्यय (2%), | 26 | ||
कुल | 24 | 1500 |
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का घटक :
- शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग : 60 लाख छात्रों के लिए अवसर प्रदान करने, प्रशिक्षित मूल्यांकन और प्रमाणित करने के लिए।
- पहले सीखने की मान्यता : NSQF साथ व्यक्तिगत रूप से 40 लाख की दक्षता पंक्तिबद्ध है।
- विशेष परियोजनाए : विशेष क्षेत्रों और सरकारी निकायों और कंपनियों के परिसर में प्रशिक्षण की सुविधा होगी।
- कौशल और रोजगार मेला : योजना को व्यापक और सफलता सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षण संसथान द्वारा हर छह महीने में कौशल और रोजगार मेला आयोजित किया जाएगा।
- योग्यता आकांक्षा : PMAKY उम्मीदवारों के ज्ञान के संभावित नियोक्ताओं को जोड़ने के लिए।
- लगातार मॉनिटरिंग : तकनीकी ड्राइविंग के तरीके का उपयोग उच्च मानक गुणवत्ता प्रशिक्षण केन्द्रों द्वारा बनाए रखने के लिए सुनिश्चित करना है।
- मानकीकृत ब्रांडिंग और संचार : जमीन के आधार पर महान दृश्यता और इस योजना का संचार का आश्वासन सुनिश्चित करना।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का पात्रता :
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक का भारतीय होना अनिवार्य है।
- इस योजना के लिए आवेदक का 12वी और ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
- इसके साथ ही इस योजना का लाभ ऐसे युवा ले सकते है जो अपनी पहली जॉब के लिए योग्य है।
- आवेदक को लॉन्च हुई स्कीम में से किसी एक स्कीम के तहत एक साल के लिए पंजीकरण करने की आवश्यकता है। आवेदक का पाने द्वारा चुने गए तकनिकी क्षेत्र का ज्ञान होना अनिवार्य है।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना कोर्सेज लिस्ट :
क्रमांक | स्किल कौंसिल | कोर्स संख्या |
1 | कृषि | 10 |
2 | घर सज्जा | 9 |
3 | सौन्दर्य और कल्याण | 7 |
4 | मोटर वाहन | 10 |
5 | बीएफ़एसआई | 6 |
6 | पूंजीगत वस्तुएं | 6 |
7 | निर्माण कार्य | 7 |
8 | घरेलू कार्य करने वाला | 4 |
9 | पृथ्वी मूविंग एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर सुविधा का निर्माण | 10 |
10 | इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर | 9 |
11 | फ़ूड प्रोसेसिंग | 5 |
12 | फर्नीचर और फिटिंग | 2 |
13 | रत्न और ज्वेलरी | 9 |
14 | ग्रीन जॉब | 5 |
15 | हस्तशिल्प | 8 |
16 | स्वास्थ्य देखभाल | 8 |
17 | आयरन और स्टील सम्बंधित | 9 |
18 | आईटी और आईटीईएस | 6 |
19 | चमड़ा | 6 |
20 | जीव विज्ञान | 5 |
21 | लोजिस्टिक | 8 |
22 | मीडिया और एंटरटेनमेंट | 8 |
23 | खनिज | 9 |
24 | पैन्ट और कोटिंग | 1 |
25 | पाइपलाइन | 3 |
26 | बिजली उद्योग | 6 |
27 | खुदरा | 6 |
28 | रबर | 3 |
29 | सुरक्षा सेवा | 9 |
30 | खेल | 1 |
31 | दूरसंचार | 3 |
32 | वस्त्र और हथकरघा | 10 |
33 | खेल | 7 |
34 | पर्यटन | 9 |
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का दस्तावेज :
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- वोटर आईडी कार्ड
- बैंक अकाउंट पासबुक
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- हाई स्कूल, इंटर की मार्कशीट
- राशन कार्ड
- ईमेलआईडी
- पेन कार्ड