भारत सरकार देश के नागरिकों की बचत की आदत को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू करती है। किसान विकास पत्र योजना भी ऐसी ही एक योजना है। इस योजना का लाभ उठाने के लिए योजना में दीर्घकालिक निवेश किया जाना चाहिए। यह योजना जोखिम न उठाने वाले लोगों के लिए शुरू की गई है। यह एक प्रकार की बचत योजना है जो निवेश की अवधि के बाद निवेश की राशि को दोगुना कर देती है। इस योजना के तहत आप बैंक में या डाकघर में आवेदन कर सकते हैं। इस योजना में, निवेशक को 10 साल और 4 महीने के लिए निवेश करना होगा और इस अवधि के बाद आपको दोगुना पैसा मिलेगा। यह आवश्यक नहीं है कि किसान इस योजना के तहत आवेदन करें, भारत का कोई भी नागरिक इस योजना के तहत आवेदन कर सकता है। किसान विकास पत्र योजना 2021 में न्यूनतम निवेश रु 1000 है और इस निवेश के लिए कोई ऊपरी सीमा नहीं है। आप योजना के तहत जितना चाहें निवेश कर सकते हैं, बस 50,000 से अधिक का निवेश करने के लिए आपको अपना पैन कार्ड विवरण देना होगा।
किसान विकास पत्र (KVP) प्रमाणपत्रों के रूप में भारत के डाकघरों में उपलब्ध बचत योजना है। यह एक निश्चित दर वाली छोटी बचत योजना है, जो एक पूर्व निर्धारित अवधि के बाद आपके निवेश को दोगुना करती है।यह अवधि 10 वर्ष 4 माह (124 महीनों) की अवधि है। किसान विकास पत्र में, निवेशकों को परिपक्वता अवधि के बाद निवेश की गई राशि की दोगुनी राशि मिलती है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम 1000 रुपये का निवेश होना आवश्यक है, इससे कम राशि का निवेश योजना के अंतर्गत नहीं हो सकता। योजना की कोई भी निश्चित अधिकतम निवेश सीमा नहीं है। कोई भी व्यक्ति अपनी वित्तीय क्षमता के अनुसार योजना के अंतर्गत किसी भी राशि का निवेश कर सकता है।
किसान विकास पत्र क्या है? :
यह एक तरह का प्रमाण पत्र है जिसे कोई भी व्यक्ति अपने लाभ के लिए खरीद सकता है और इस पर प्राप्त ब्याज का भी लाभ उठा सकता है। यह विकास पत्र 18 वर्ष के कम आयु के बच्चों के लिए भी खरीदा जा सकेगा। इसकी सहायता से अल्प आयु के बच्चों को भविष्य में मदद के रूप में राशि प्राप्त हो सकेगी। यह हालाँकि इस पर निर्भर करता है कि कोई व्यक्ति किसी तरह का प्रमाण पत्र प्राप्त करता है।
इस योजना के अंतर्गत निवेश करने वाले लोगों को सरकार एक बेहतर रिटर्न देगी। इस योजना के आधार पर देश के विभिन्न डाक घर यह प्रमाण पत्र लोगों को बेच रही है। हालाँकि विभिन्न डाक घरों में विभिन्न तरह के प्रमाण पत्र रहेंगे, अतः प्रमाण पत्र खरीदने वाले को अपने मन के मुताबिक प्रमाण पत्र खरीदने के लिए दूसरे डाकघर भी जाना पड़ सकता है।
योजना का नाम | किसान विकास पत्र योजना |
किसके द्वारा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा |
उद्देश्य | देशवासियों के प्रति बचत की भावना को प्रोत्साहित करना |
लाभ | निवेश की राशि दोगुनी |
लाभार्थी | भारत के नागरिक |
निवेश की अवधि | 124 महीने |
न्यूनतम निवेश | ₹1000 |
ब्याज दर | 0.069 |
किसान विकास पत्र योजना बीयाज, रिटर्न तथा निकासी :
किसान विकास पत्र योजना के अंतर्गत मौजूदा ब्याज दर 6.9% है। 124 महीने के बाद आपको यह 6.9% की दर से निवेश की राशि दुगनी करके प्रदान की जाएगी। इसी के साथ निवेशक किसान विकास पत्र योजना से समय से पहले निकासी कर सकता है। लेकिन यदि निवेशक ने प्रमाण पत्र खरीदने के 1 वर्ष के भीतर वापस लिया है तो ब्याज नहीं प्रदान किया जाएगा। इसी का जुर्माना भी देना होगा। लेकिन यदि प्रमाण पत्र खरीदने के 1 साल के बाद निकासी की है तो जुर्माना नहीं देना होगा लेकिन ब्याज की दर कम होगी। यदि निवेशक ने ढाई साल के बाद निकासी की है तो उसे 6.9% की ब्याज दर पर ब्याज प्रदान किया जाएगा और कोई जुर्माना नहीं भरना होगा।
किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट :
सरकार द्वारा किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस द्वारा उपलब्ध करवाया जाता है। यह सर्टिफिकेट कैश, चेक, पे ऑर्डर या डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से खरीदा जा सकता है। किसान विकास पत्र तीन प्रकार के होते हैं जो कि सिंगल होल्डर टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट, जॉइंट ए टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट तथा जॉइंट बी टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट है।
- सिंगल होल्डर टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट : यह सर्टिफिकेट किसी नाबालिग या ना बालिका की ओर से एक बल्कि व्यक्ति को सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है।
- जॉइंट ए टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट : यह सर्टिफिकेट संयुक्त रूप से दो बालिग व्यक्ति को जारी किया जाता है। यह सर्टिफिकेट दोनों धारकों के लिए संयुक्त रूप से दाय है।
- जॉइंट बी टाइप किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट : यह सर्टिफिकेट दो बालिग व्यक्तियों को संयुक्त रूप से जारी किया जाता है। यह संयुक्त खाता धारकों में से किसी एक व्यक्ति को देय होता है।
किसान विकास पत्र इंटरेस्ट रेट :
किसान विकास पत्र के अंतर्गत मेच्योरिटी पीरियड 10 साल 4 महीने है। इतने समय में किसान विकास पत्र का प्रिंसिपल अमाउंट दोगुना हो जाता है। 1 जनवरी 2021 से किसान विकास पत्र का इंटरेस्ट रेट 6.9% हो जाएगा। लाभार्थी इस खाते में से मैच्योरिटी से पहले कुछ खास स्तिथि में पैसे निकाल सकते हैं। इस खाते में निवेश करने की न्यूनतम सीमा ₹1000 है। किसान विकास पत्र अकाउंट की कोई भी निवेश की अधिकतम सीमा नहीं है। केंद्र सरकार द्वारा किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट ₹1000, ₹5000, ₹10000 तथा ₹50000 की डिनॉमिनेशन में बेचा जाता है। यह राशि पोस्ट ऑफिस से परिपक्वता के बाद प्राप्त की जा सकती है।
यह राशि किसी भी पोस्ट ऑफिस से प्राप्त की जा सकती है। राशि प्राप्त करने के लिए लाभार्थी को अपनी आइडेंटिटी स्लिप पोस्ट ऑफिस में दिखानी होगी। पर यदि लाभार्थी के पास आईडेंटिटी स्लिप नहीं है तो वह सिर्फ उसी पोस्ट ऑफिस से राशि रिडीम कर सकता है जहां से उसने किसान विकास पत्र सर्टिफिकेट लिया है।
किसान विकास पत्र योजना के उद्देश्य :
भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी इस योजना का उद्देश्य देश के ऐसे नागरिको को बचत करने के लिए प्रेरित करना जो कभी अपनी बचत नही कर पाते है इसलिए सरकार इस योजना के तहत लोगो की जमा धनराशि को दोगुना करने का आप्शन दे रही है जिससे अधिक से अधिक लोग इस योजना के तहत अपनी बचत कर सके।
जैसा कि आप जानते है कि देश का किसान आदमी कभी बचत नही कर पाता है क्योंकि उसको कई तरह की समस्याओ का समाना भी करना पड़ता है लेकिन अगर कोई किसान इस किसान विकास पत्र योजना का लाभ लेकर अपनी बचत करना चाहे तो वह बचत कर सकता है क्योंकि इस योजना में अपना खता खुलवाने के लिए आपको हर महीने कम से एक हज़ार रूपये जमा करने पड़ेगे और एक हज़ार रुपये को एक महीने में कोई भी नागरिक बचा सकता है।
किसान विकास प्रमाण पत्र के प्रकार:
- इस योजना के आधार पर एक सिंगल होल्डर प्रमाण पत्र तय किया गया है। यह प्रमाण पत्र कोई व्यस्क अथवा किसी अवयस्क के लिए भी प्राप्त किया जा सकता है।
- इस योजना के आधार पर लोगों का एक साथ प्रमाण पत्र (जॉइंट सर्टिफिकट) भी प्राप्त किया जा सकता है इस प्रमाण पत्र के अंतर्गत 2 व्यस्क लोगों के नाम एक साथ होंगे।
- यदि दो लोगों में से एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो एक व्यक्ति को भी इस प्रमाण पत्र का लाभ प्राप्त हो सकेगा। इसके अंतर्गत एक जॉइंट बी प्रमाण पत्र तय किया गया है। इस प्रमाण पत्र के अंतर्गत एक व्यक्ति को देय हो सकेगा।
किसान विकास पत्र योजना ब्याज दर:
- इस योजना के अंतर्गत प्रमाण पत्र पर प्राप्त होने वाली ब्याज दर इस बात पर निर्भर करेगा कि प्रमाण पत्र कितने दिनों तक के लिए लिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत आजीवन प्रमाण पत्र के लिए 7.8% का ब्याज प्राप्त हो सकेगा।
- लगभग 8.5 वर्ष के बाद इस योजना के आधार पर प्रमाण पत्र का मूल्य दोगुना कर दिया जायेगा। यह उन लोगों को इनाम के तौर पर प्राप्त होगा जो अपना पैसा एक लम्बे समय तक के लिए जमा रखते हैं।
- यह ब्याज दर किसी लाभार्थी के लिए आजीवन बना रहेगा, जिस पर किसी तरह का बाजार सम्बंधित प्रभाव नहीं पड़ेगा। इस कारण इस प्रमाण पत्र का वैल्यू समय समय पर बढ़ता रहेगा। इस ब्याज दर से ये भी तय होता है कि लाभार्थी को उनके निवेश पर लाभ प्राप्त होता रहेगा।
एक प्रमाण पत्र कितनी राशि में प्राप्त किया जा सकता है :
एक प्रमाण पत्र कई तरह के डेनोमिनेशन या वर्गों के अंतर्गत प्राप्त हो सकेगा। इस प्रमाण पत्र की क़ीमत रू 1000 से आरंभ होकर रू 50,000 तक जाता है, जो व्यक्ति इस प्रमाण पत्र को खरीदता है, उसे उसकी इच्छा के अनुसार विभिन्न वर्ग का लाभ प्राप्त हो सकेगा। इसके अंतर्गत न्यूनतम राशि 1000 का है। इसके बाद लाभार्थी इस डेनोमिनेशन को 5000, 10,000 अथवा 50,000 का भी कर सकता है।
क्या मूलधन निकाला जा सकेगा:
एक निश्चित समय के बाद कोई भी व्यक्ति अपने प्रमाण पत्र से मूलधन निकाल सकता है। आरंभिक दौर में यह पहले दो से ढ़ाई वर्षों तक इस पैसे को हाथ नहीं लगाया जा सकेगा। इस समय काल के बाद मूलधन निकाला जा सकेगा। यद्यपि यह एक उपयोगी राह है किन्तु ऐसा भी हो सकता है कि मूल्य धन निकाल देने के बाद आपको प्राप्त ब्याज दर में कमी आये। इस प्रमाण पत्र की पूर्ण राशि तब प्राप्त की जा सकेगी, जब प्रमाण पत्र धारक की मृत्यु हो जाए। इस दौरान पूरे दस्तावेजों का पूर्ण निरिक्षण होगा और राशि दी जायेगी।
किसान विकास पत्र ट्रांसफर :
- किसान विकास पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को निम्नलिखित स्थिति में ही ट्रांसफर किया जा सकता है।
- खाता धारक की मृत्यु की स्थिति में
- संयुक्त धारक की मृत्यु की स्थिति में
- न्यायालय द्वारा आदेश देने पर
- निर्देशित अधिकारी को खाते की प्लेज पर
किसान विकास पत्र वापस लेने के नियम :
- किसान विकास पत्र को समय से पहले किसी भी समय बंद किया जा सकता है। यह निर्णय कुछ खास परिस्थितियों में ही ही लिया जाएगा। किसान विकास पत्र वापस लेने की स्थिति कुछ इस प्रकार है।
- किसी एक या फिर सारे खाताधारकों की मृत्यु हो जाने की स्थिति में
- न्यायालय के आदेश पर
- जमा करने की तारीख के 2 साल 6 महीने बाद
- राजपत्र अधिकारी द्वारा
किसान विकास पत्र अकाउंट कौन-कौन सकता है? :
- एक बालक व्यक्ति
- संयुक्त खाता धारक (3 व्यक्तियों तक)
- नाबालिक की ओर से अभिभावक
किसान विकास पत्र से जुड़ी मुख्य बातें :
- किसान विकास पत्र एक तरह का प्रमाण पत्र है जिसे आप अपनी सुविधानुसार निश्चित राशि डाक घर में जमा करा कर प्राप्त कर सकते हैं।
- प्रमाण पत्र प्राप्त करते समय जमा की हुई राशि आपको एक निश्चित अवधि के बाद दोगुनी हो कर मिलेगी।
- किसान विकास पत्र एक सुरक्षित एवं सरल निवेश प्रक्रिया है।
- कोई भी 18 वर्ष से अधिक आयु का भारत का नागरिक इस योजना में निवेश कर प्रमाण पत्र हासिल कर सकता है।
- कोई वयस्क व्यक्ति यदि अपने 18 वर्ष से कम आयु के बच्चे के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त करना चाहता है तो, वो भी कर सकता है।
- अवयस्क के लिए निवेश कर प्रमाण पत्र प्राप्त करने से भविष्य में उस बच्चे को आर्थिक सहायता प्राप्त हो जाएगा।
- एक प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए आप अपने क्षमता अनुसार राशि निवेश कर सकते हैं।
- न्यूनतम राशि 1 हज़ार रुपया जबकि अधिकतम 50 हज़ार रुपया है।
- आप जितनी राशि निवेश करेंगे उसका दोगुना राशि आपको 100 महीने बाद प्राप्त हो जाएगा।
- लंबी अवधि के निवेश के लिए ये एक बेहतरीन विकल्प है।
- निवेश करने के 2 से ढाई वर्ष बाद आप अपने निवेश की मूलधन निकल सकते हैं।
- लेकिन मूलधन निकालने के बाद आपको प्राप्त होने वाले ब्याज दर में कटौती हो सकती है।
- मूलधन की पूरी राशि परिपक्वता अवधि से पहले तभी निकाल सकते है जब प्रमाण पत्र कार्ड धारक की मृत्यु हो जाए।
- निवेशक अपने प्रमाण पत्र को एक डाक घर से दूसरे डाक घर में स्थानांतरित (Transfer) कर सकता है।
- किसान विकास प्रमाण पत्र को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के नाम पर भी ट्रांसफर किया जा सकता है।
- इसके लिए शर्त ये है कि जिस व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर किया जा रहा है वो भी इस योजना के लिए योग्य हो।
- किसान विकास पत्र के तहत प्राप्त राशि पर किसी भी प्रकार का टैक्स छूट प्राप्त नहीं है।
- किसान विकास प्रमाण पत्र का उपयोग बैंक से पर्सनल लोन या कृषि लोन प्राप्त करते समय सिक्योरिटी के तौर पर किया जा सकता है।
किसान विकास पत्र में निवेश हेतु योग्यता :
- किसान विकास पत्र में निवेश के इच्छुक व्यक्ति की आयु 18 वर्ष से अधिक होना चाहिए।
- 18 वर्ष से अधिक आयु का व्यक्ति किसी 18 वर्ष से कम आयु वाले किशोर के लिए भी निवेश कर प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकता है। इसके लिए डाक घर के समक्ष वयस्क एवं किशोर दोनों की समस्त जानकारी एक साथ आवेदन में देना अनिवार्य है।
- इच्छुक निवेशक का भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।
- दो व्यक्ति Joint Account का आवेदन दे कर एक साथ प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। ज्वाइंट अकाउंट आवेदन देने से ये प्रमाणित हो जाएगा कि दोनों व्यक्ति एक साथ प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए सहमत है।
किसान विकास पत्र योजना की विशेषताएँ :
- यह किसान विकास पत्र योजना एक प्रकार की बचत योजना है जो मुख्य रूप से ऐसे नागरिको के लिए चलाई जा रही है जो नागरिक बचत नही कर पाते है।
- इस योजना के तहत इस योजना में निवेश करके आप अपनी निवेश की गयी राशि को दोगुना कर सकते है।
- अगर आप अपनी जमा की गयी राशि को दोगुना करना चाहते है तो आपको इस योजना में अपनी उस धनराशि को कम से कम 124 महीने के लिए जमा करते रहना होगा।
- इस किसान विकास पत्र योजना के अंतर्गत न्यूनतम निवेश की राशि 1000 रुपये रखी गयी है और यदि निवेशक 50,000 रुपए या फिर उससे ज्यादा की धनराशि का इस योजना में निवेश करना चाहता है तो उसे अपना पैन कार्ड भी इस योजना के साथ लगाना होगा। इस किसान विकास पत्र योजना के तहत जमा राशि पर 6.9 फीसदी का ब्याज प्रदान किया जायेगा।
- अगर आवेदक इस किसान विकास पत्र योजना के तहत अपना बचत खाता खुलवाना चाहता है तो वह अपने पास की पोस्ट ऑफिस में अपना खाता खुलवा सकता है।
- इस किसान विकास पत्र योजना के तहत अपना किसान विकास पत्र फॉर्म सबमिट करने पर आवेदक को एक किसान विकास सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा जिसमें मेच्योरिटी डेट, आवेदक का नाम तथा मैच्योरिटी अमाउंट की जानकारी होगी।
- इस योजना के अंतर्गत जमा की गयी राशि निवेशक कभी भी निकाल सकता है लेकिन यदि आवेदक योजना के एक वर्ष से पहले खाते की धनराशि को निकालना चाहता है तो उसे उस जमा राशि पर कोई ब्याज नही दिया जायेगा।
किसान विकास पत्र योजना के लाभ :
- किसान विकास पत्र योजना एक प्रकार की बचत योजना है। जिसके तहत निवेशक निवेश करके अपने निवेश को दोगुना कर सकता है।
- योजना का लाभ लेने के लिए, निवेशक को कम से कम 124 महीने के लिए निवेश करना चाहिए।
- इस योजना के तहत 1000 रूपए की न्यूनतम निवेश राशि है।
- अगर निवेशक 50000 रुपये या उससे अधिक का निवेश करना है, तो उसे अपना पैन कार्ड विवरण जमा करना होगा।
- इस योजना के तहत आवेदन डाकघर या बैंक खाते से किए जा सकते हैं।
- किसान विकास पत्र योजना को एक डाकघर से दूसरे डाकघर या एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में स्थानांतरित किया जा सकता है।
- KVP फॉर्म के लिए राशि को चेक या कैश में भरा जा सकता है।
- किसान विकास पत्र फॉर्म जमा करने पर, किसान विकास प्रमाण पत्र परिपक्वता तिथि, लाभार्थी का नाम और परिपक्वता राशि युक्त प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के तहत 6.9 प्रतिशत की ब्याज दर भी दी जाएगी।
- इस योजना के तहत, निवेशक किसी भी समय राशि वापस ले सकता है लेकिन यदि निकासी 1 वर्ष के भीतर है तो कोई ब्याज नहीं दिया जाएगा और जुर्माना भी देना होगा।
- किसान विकास पत्र योजना का उपयोग ऋण प्राप्त करने की गारंटी के रूप में भी किया जा सकता है।
खाता बंद करने की शर्ते :
- किसान विकास पत्र योजना के तहत आप काफी कुछ खाते खोल सकते है, और परिपक्वता के साथ खाते को किसी भी समय बंद किया जा सकता है।
- किसी एकल या संयुक्त खाते में खाते के किसी भी या सभी धारकों के निधन पर।
- प्रतिज्ञा पर राजपत्र अधिकारी होने के नाते त्यागने पर।
- न्यायालय द्वारा अनुरोध किए जाने पर।
- जमा की तारीख से ढाई साल बाद।
निचे दी गयी शर्तों को मानने पर खाते को हस्तांतरित किया जा सकता है या एक व्यक्ति के साथ शुरू किया जा सकता है, वो शर्तें निम्न प्रकार हैं:-
- नामांकित या वैध लाभार्थियों को खाता धारक के निधन पर।
- खाताधारक के संयुक्त धारक के निधन पर।
- न्यायालय द्वारा अनुरोध पर।
- पूर्व निर्धारित प्राधिकारी को खाते की प्रतिज्ञा पर।
किसान विकास पत्र योजना के पात्रता :
- इस किसान विकास पत्र योजना का लाभ केवल भारत देश के मूल नागरिक ही ले सकते है।
- जो नागरिक इस योजना में अपना आवेदन करना चाहता है उसकी आयु कम से कम 18 वर्ष की होनी जरुरी है।
- यदि आवेदक की आयु 18 वर्ष से कम है तो उसके माता पिता इस किसान विकास पत्र योजना में आवेदन कर सकते है।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक के पास उसका आधार कार्ड होना भी जरुरी है।
- आवेदक के पास इस योजना में आवेदन करने के लिए अपना मूलनिवास प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है।
- आवेदक का पासपोर्ट साइज़ फोटो होना भी जरुरी है और आवेदक के पास मोबाइल नंबर होना भी जरुरी है।
किसान विकास प्रमाण पत्र के दस्तावेज :
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- सपोर्ट
- ड्राइविंग लाइसेन्स
- निवास प्रमाण पत्र
- बिजली बिल
- बैंक पासबुक
- केवीपी एप्लीकेशन फॉर्म
- आयु प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- मोबाइल नंबर