देश के हर किसान के खेतों में पानी की समस्या को हल करने के लिए समय-समय पर कई योजनाएं तैयार की गई है। इसी प्रकार 2015 में देश के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा “प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना” का आरंभ किया गया। “हर खेत को पानी” इस विचार को ध्यान में रखते हुए इस योजना का आरंभ किया गया। इस योजना के अंतर्गत किसानों के खेतों के लिए सिंचाई व्यवस्था के लिए सरकार द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
किसानों द्वारा खेतों में जो भी सिंचाई उपकरण लगाए जाएंगे, उसके लिए सरकार द्वारा वित्तीय सहायता एवं सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इसके साथ साथ किसानों को नए सिंचाई उपकरणों की जानकारी, इस्तेमाल करने की विधि और सिंचाई प्रबंधन की सारी जानकारी उपलब्ध करवाई जाएगी।
योजना का नाम | प्रधानमंत्री कृषि सिचाई योजना |
इनके द्वारा शुरू की गयी | पीएम नरेंद्र मोदी |
लॉन्च कि तारीक | 1 जुलाई 2015 |
उद्देश्य | किसान को सिंचाई से जुड़े लाभ पहुँचाना |
लाभ | सिंचाई उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी |
लाभार्थी | देश के किसान |
ऑफिसियल वेबसाइट | http://pmksy.gov.in/ |
टोल फ्री नंबर | 1800-180-1551 |
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है? :
अगर किसानो की आमदनी बड़ेगी तो किसान की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी किसानो की आर्थिक स्थिति मजबूत होने से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। हमारे देश मे कुल 14.2 करोड़ भूमि पर कृषि होती है। इस भूमि मे से 52% भूमि का एसा हिसा है जो सिंचाई के लिए बारिश के पानी पर निर्भर है। कभी कभी समय पर बारिश न होने के कारण किसानो की फसल को नुकसान होता है और उसका सारा खामियाजा किसानो को भरना पड़ता है। सरकार प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत किसानो को एसे उपकरण देगी जिससे किसान भाई अपने खेत मे आसानी से सिंचाई कर सके और पानी की भी बचत कर सके।
अगर आप एक किसान है तो आप जरूर जानते है की एक बेहत्तर खेती के लिए पानी की जरूरत होती है अगर खेत मे सिंचाई समय पर नहीं हो पाती है तो फसल को नुकसान होने का खतरा होता है यही कारण है की उन भूमि मे अच्छी पैदावार होती है जिनमे पानी से सिचाई समय पर हो पाती है। सिचाई समय पर होने से और पानी के बचत से किसानो की फसल मे पैदावार अच्छी होती है जिससे किसान भी अच्छा मुनाफा भी करते है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का उद्देश्य :
आप सभी जानते हैं की भारत एक कृषि प्रधान देश है यहाँ की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है। आप सभी जानते है की फसलों को उचित मात्रा में सिंचाई की आवश्यकता होती है, अगर फसलों को पानी नहीं मिलेगा तो वह ख़राब हो जाएँगी। कृषि में सिंचाई से जुडी परेशानियों के चलते किसानो को बहुत नुकसान उठाना पड़ता है। इन सभी परिस्थतियो को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की है। इस योजना में किसानो को उनकी फसलों की सिंचाई के लिए उपकरणों जैसे:- बोरवेल आदि की खरीद पर सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इस योजना के तहत जन संसाधनों के उपयोग से किसानो को फसलों की सिंचाई के लिए पैन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
प्रधानमंत्री अधिक फसल प्रति बूंद योजना :
प्रधानमंत्री मुद्रा प्रति बूंद योजना के तहत पांच साल में देश में कृषि के विस्तार के लिए काम करेंगे। इस योजना के द्वारा सभी जगहों पर सिंचाई की जाएगी, जिससे फसलों के उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा, इससे न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि किसानों के जीवन स्तर में भी सुधार होगा। इस प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से हर फसल के लिए, पानी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, और सहित तकनीकी, कृषि और प्रबंधन प्रथाओं के माध्यम से संभावित उपयोग के जल स्रोत को प्रोत्साहित करने के लिए कम लागत प्रकाशन, पिको प्रोजेक्टर और कम लागत वाली फिल्मों के उपयोग सहित इस योजना के माध्यम से क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान होगा और पानी की एक-एक बूंद कीमती है, सरकार पीएम कृषि सिंचाई योजना के तहत जल संरक्षण को उच्च प्राथमिकता देने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की विशेषताएं :
- सरकार द्वारा किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए एवं उनकी आय में वृद्धि करने के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना को भी किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए आरंभ की गई है।
- इस योजना के माध्यम से सभी खेतों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाया जाएगा।
- सरकार इस योजना के अंतर्गत पानी के सोर्स जैसे कि जल संचयन, भूजल विकास आदि का निर्माण करवाएगी।
- इसी के साथ यदि किसान द्वारा सिंचाई के उपकरण खरीदे जाते हैं तो उनको सब्सिडी भी प्रदान की जाएगी।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से समय और पैसे दोनों की बचत होगी।
- सरकार द्वारा इस योजना के माध्यम से ड्रिप सिंचाई, स्प्रिंकलर सिंचाई आदि को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
- यदि फसलों को सही प्रकार की सिंचाई प्राप्त होगी तो पैदावार में भी बढ़ोतरी होगी।
- इस योजना का लाभ वह सभी किसान उठा सकते हैं जिनके पास खुद की खेती और जल का स्त्रोत है।
- इसके अलावा वह किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं जो कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग कर रहे हैं या सहकारी सदस्य हैं।
- सेल्फ हेल्प ग्रुप भी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
- सरकार द्वारा सिंचाई के उपकरण खरीदने पर इस योजना के अंतर्गत 80% से 90% तक का अनुदान प्रदान किया जाएगा।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लाभ :
- इस योजना के तहत देश खेती करने वाले किसानो को अपने खेतो में सिचाई के लिए उचित मात्रा में पानी उपलब्ध करना और उसके लिए सरकार सिचाई उपकरणों के लिए सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
- पानी की इसी कमी को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई है। जिससे किसानों को सिंचाई करने में सुविधा होगी ।
- जो ज़मीन कृषि के योग्य होगी उस ज़मीन तक इस योजना को पहुँचाया जाएगा।
- इस योजना का लाभ देश के उन किसानो को पहुंचाया जायेगा जिनके पास अपनी खुद की कृषि योग्य भूमि होगी और जल संसाधन होगा ।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से कृषि में विस्तार होगा, उत्पादकता में वृद्धि होगी जिससे अर्थव्यवस्था का पूर्ण विकास होगा।
- योजना के लिए केंद्र द्वारा 75% अनुदान दिया जाएगा और 25% जो खर्चा रहेगा वह राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
- इससे ड्रिप/ स्प्रिंकलर जैसी सिंचाई योजना का फायदा भी किसानों को प्राप्त होता है।
- नये उपकरणों की प्रणाली के इस्तेमाल से 40-50 प्रतिशत पानी की बचत हो पायेगी और उसके साथ ही 35-40 प्रतिशत कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी एवं उपज के गुणवत्ता में तेज़ी आएगी।
- 2018 – 2019 के दौरान, केंद्र सरकार लगभग 2000 करोड़ खर्च करेगी, और अगले वित्तीय वर्ष में इस योजना पर अन्य 3000 करोड़ खर्च होंगे।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की पात्रता मानदंड :
- देश में जो भी किसान भाई इस योजना का लाभ उठाना चाहते है उन्हें दिए गए पात्रता मानदंडों को अनिवार्य रूप से पूरा करना होगा।
- किसी भी वर्ग, श्रेणी के किसान भाई प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ उठाने के पात्र हैं।
- सभी आवेदक किसानो के पास अपनी स्वयं की कृषि जमींन होनी आवश्यक है।
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में सेल्फ हेल्प ग्रुप्स, ट्रस्ट, इंकॉर्पोरेटेड कंपनियां, सहकारी समिति, उत्पादक कृषकों के समूहों के सदस्यो पंजीकरण कराकर लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं।
- इस योजना का लाभ वह किसान भी ले सकेंगे जो पिछले सात वर्षो से Lease Agreement के अंतगर्त उस जमींन पर खेती कर रहे है।
- केवल भारत में रहने वाले लाभारती (किसान भाई) ही इस प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ प्राप्त करने के पात्र हैं।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के दस्तावेज :
- आवेदक का आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- किसानो की ज़मीन के कागज़ात
- जमीन की जमा बंदी (खेत कि नकल)
- बैंक अकाउंट पासबुक
- पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर