मध्य प्रदेश सुपर 100 योजना : Madhya Pradesh Super 100 Yojana

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मध्य प्रदेश में 10 वीं बोर्ड परीक्षा में पास हुए मेधावी विद्यार्थियों को मेडिकल, इंजीनियरिंग, सीए जैसे प्रोफेशनल डिग्री कोर्स की तैयारी के लिए सुपर 100 योजना की शुरुआत की गयी है। सुपर 100 योजना के एंट्रेंस प्रवेश परीक्षा के लिए आवेदन 5 जून से प्रारम्भ कर दी गयी है। योजना के तहत प्रदेश स्तरीय एंट्रेंस परीक्षा आयोजित की जाती है। इस प्रवेश परीक्षा के परिणाम को प्रदेश स्तर पर मेरिट लिस्ट के द्वारा घोषित किया जाता है। सुपर 100 योजना 2019-20 के तहत विज्ञान, गणित एवं कॉमर्स समूह के छात्रों की अलग -अलग परीक्षा 23 जून को एक साथ आयोजित की जायेगी।योजना के तहत प्रत्येक वर्ष कुल 306 छात्रों को 11 वीं एवं 12 वीं की निशुल्क शिक्षा के साथ हीं प्रतियोगी परीक्षाओं की भी निशुल्क कोचिंग भी दिए जाने का प्रावधान है। योजना में आवेदन के लिए कॉलेज के प्राचार्य द्वारा छात्रों से फॉर्म भरवाया जाता है।

सुपर 100 योजना के लांच की जानकारी :

क्र. म. जानकारी बिंदु योजना की जानकारी
1 योजना का नाम सुपर 100 योजना मध्यप्रदेश
2 योजना की शुरुआत 2012-13
3 योजना की देखरेख मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग
4 योजना का लक्ष्य 100 मेरिट छात्रों को प्रदेश के प्रसिद्ध 2 सरकारी स्कूल में मुफ़्त में एडमिशन देना.
5 आधिकारिक वेबसाइट https://mpsos.mponline.gov.in/

मध्य प्रदेश सुपर 100 योजना :

सुपर 100 योजना का फायदा उठाने के लिए अब स्टूडेंट्स को माध्यमिक शिक्षा मंडल की एक और परीक्षा से गुजरना होगा। सिर्फ दसवीं बोर्ड के टॉपर होने से ही स्टूडेंट्स सुपर 100 में प्रवेश नहीं ले सकेंगे। 10वीं में 75 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल करने वाले सभी स्टूडेंट्स प्रदेश स्तरीय परीक्षा में शामिल हो सकते है। इसमें सर्वाधिक अंक पाने वाले स्टूडेंट्स श्रेष्ठ सरकारी स्कूल में मुफ्त एडमिशन ले सकेंगे। इन स्टूडेंट्स को दो साल तक प्रतियोगी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग करवाई जाएगी।

सुपर 100 योजना में अचानक हुए बदलाव से दसवीं के टॉपर विद्यार्थियों के इरादों पर पानी फिर गया है। योजना के तहत इंदौर के मल्हाराश्रम स्कूल और भोपाल के सुभाष हायर सेकंडरी स्कूल में सौ-सौ विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता है। विद्यार्थी स्कूल के हॉस्टल में ही रहकर पढ़ते हैं और ग्यारहवीं-बारहवीं के साथ-साथ आईआईटी, जेईई, सीए-सीपीटी, नीट आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते है। हाल ही सरकार ने सुपर 100 में प्रवेश के मापदंडों में बदलाव कर दिया है।

मध्य प्रदेश सुपर 100 योजना का उद्देश्य :

  • योजना का उद्देश्य प्रदेश के सभी वर्गों के मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है।
  • सुपर 100 प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयनित प्रतिभाशाली छात्रों को शासकीय सुभाष उत्कृष्ट उमा विद्यालय, भोपाल और शासकीय मल्हराश्रम उमा विद्यालय इंदौर में 11वीं एवं 12 वीं की पढ़ाई के लिए एडमिशन दिया जाएगा।
  • इसके अतिरिक्त सुपर 100 योजना में चयनित छात्रों को 11 वीं एवं 12 वीं कक्षा की पढ़ाई के साथ हीं इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं सीए जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग भी प्रदान की जायेगी।
  • इन छात्रों को 11 वीं एवं 12 वीं कक्षा और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की निशुल्क शिक्षा दी जायेगी।

सुपर 100 योजना की विशेषताएँ :

  • सुपर 100 योजना के अनुसार सभी मेधावी छात्रों को भोपाल के सुभाष हायर सेकेंडरी स्कूल और इंदौर के मल्हार आश्रम स्कूल में मुफ़्त में एडमिशन दिया जायेगा।
  • इसके अलावा, उन्हें वहां रहने के लिए हॉस्टल भी मुफ़्त में दिए जायेगा, यहाँ तक कि उनके खाने – पीने का भी पूरा खर्चा गवर्मेंट द्वारा ही किया जायेगा।
  • इस योजना के तहत छात्रों को न सिर्फ कक्षा 11 वीं और 12 वीं की पढ़ाई मुफ़्त में कराई जाएगी, बल्कि इसके साथ ही उन्हें प्रतियोगी परीक्षा की पढ़ाई भी मुफ़्त में कराई जाएगी।
  • लाभार्थी छात्रों को इंजीनियरिंग, आईआईटी, जेईई, सीए और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग 2 साल तक मुफ़्त में कराई जाएगी। ताकि वे बिना किसी परेशानी के अपनी पढ़ाई पर ध्यान दे सकें।
  • छात्रों को खुद के व्यक्तिगत खर्च के लिए हर महीने 150 रूपये दिए जायेंगे, जोकि 10 माह की अवधि तक प्रदान किये जाएंगे।
  • इसके लिए एंट्रेंस एग्जाम जिला मुख्यालय के सभी शासकीय उत्कृष्ट स्कूल में 23 जून 2019 को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा में हिस्सा लेने वाले पात्र छात्रों की लिस्ट विमर्श पोर्टल पर अपलोड की जाएगी।

सुपर 100 योजना के लिए पात्रता :

  • इस योजना के तहत ‘सुपर 100’ की परीक्षा देने के लिए वे छात्र पात्र हैं, जो अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति से सम्बन्ध रखते हैं। इसी के साथ उन्हें एम। पी। बोर्ड द्वारा द्वारा आयोजित की गई कक्षा 10 वीं की परीक्षा में 70 % अंक प्राप्त हुए हों।
  • इसके अलावा वे विद्यार्थी जो सामान्य एवं पिछड़े वर्ग से सम्बन्ध रखने वाले हैं उन्हें 10 वीं कक्षा में 85 % प्राप्त हुए हों, वे सभी इस परीक्षा में बैठने के पात्र हैं।

मध्य प्रदेश सुपर 100 योजना जरूरी दस्तावेज :

  • आवेदक विद्यार्थी के पास सभी कक्षाओं की मार्कशीट होनी चाहिए।
  • रिहायसी प्रमाण-पत्र
  • जाति प्रमाण-पत्र

सुपर 100 योजना के लिए आवेदन की प्रक्रिया :

  • मध्य प्रदेश सरकार ने इस बार सुपर 100 योजना में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की है। इच्छुक विद्यार्थी एमपी ऑनलाइन ऑफिसियल साईट में जाकर आवेदन कर सकते है।
  • सबसे पहले एम् पी ऑनलाइन की इस साईट पर क्लिक करें https://mpsos.mponline.gov.in/#/home।यहाँ आपको सबसे उपर ही सुपर 100 योजना दिख रही होगी, उसके नीचे एप्लीकेशन फॉर्म और पेड/अनपेड रिसिप्ट का विकल्प है।
  • आप एप्लीकेशन फॉर्म पर क्लिक करें, जिसके बाद एक फॉर्म खुल जायेगा। यहाँ आपको सबसे पहले एग्जाम टाइप सेलेक्ट करना होगा, जिसमें आपको तीन आप्शन मिलेंगें।
  • अगर आप सुपर 100 योजना के लिए आवेदन करना चाहते है तो उसे सेलेक्ट करें। इसके बाद अपना रोल नंबर डालें फिर जो कैप्चा कोड आ रहा होगा उसे बॉक्स में भर कर, सर्च बटन दबाएँ।
  • सर्च बटन दबाते ही न्यू सुपर 100 का फॉर्म खुल जायेगा, जिसमें विद्यार्थी की सारी पर्सनल जानकारी भरनी होगी। जैसे नाम, रोल नंबर, सेण्टर, स्कूल नाम, फ़ोन नंबर, ईमेल आईडी आदि।
  • फ़ोन नंबर अपना या माता पिता का ही दे, जिससे सारी जानकारी उसमें समय रहते मिलती रहेगी।
  • अब फॉर्म को सबमिट कर दे, जिसके बाद आपकी आवेदन प्रक्रिया पूर्ण हो जाएगी।

सुपर 100 परीक्षा का पैटर्न :

सुपर 100 परीक्षा के प्रश्न पत्र में 100 अंक निर्धारित किये हैं। इस प्रश्न पत्र में वैकल्पिक प्रश्न पूछे जायेंगे, जिसका आंसर विद्यार्थियों को ओएमआर शीट के जरिये देना होगा। इसके अलावा मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित की गई हाई स्कूल की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त किये हुए प्रतिशत पर 50 अंक रखे गए हैं। इस तरह से परीक्षा में कुल 150 अंक होंगे। इसके अतिरिक्त अलग-अलग समूह जैसे गणित, विज्ञान और कॉमर्स की अलग-अलग परीक्षाएं ली जायेंगी। इनमें से एक विद्यार्थी अधिकतम 2 विषय समूह की परीक्षा देने के लिए योग्य है। ये परीक्षाएं एक ही दिन में अलग-अलग समय पर आयोजित की जायेंगी।

इस योजना को शुरू करने का मूल कारण छात्रों को मुफ़्त में उच्च शिक्षा प्रदान कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना है। साथ ही उन्हें 2 साल तक कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी के लिए कोचिंग मुफ़्त में कराई जाएगी, ताकि वे अच्छे अंक पाकर अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेकर अपना भविष्य बना सकें।

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