डिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा अपने राज्य में महिला एवं किशोरी सशक्तिकरण मिशन के अंतर्गत स्वास्थ एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता का प्रसार करने हेतु खुशी योजना का शुरुआत किया गया है। इस योजना के तहत ओडिशा प्रदेश के सभी सरकारी एवं अर्धसरकारी स्कूलों की कक्षा 6 से कक्षा 12 तक की छात्राओं को मुफ्त सैनिटरी पैड उपलब्ध कराने की योजना का संचालन किया गया है।
इस योजना का संचालन प्रदेश के स्वास्थ एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा किया जायेगा। यह योजना 70 करोड़ की लागत से शुरू की जाएगी। खुशी योजना के क्रियान्वयन से प्रदेश की लगभग 17 लाख छात्राओं को लाभ प्राप्त होगा।
खुशी योजना का उद्देश्य :
- किशोरावस्था में लडकीयों को स्वच्छता एवं स्वास्थ्य की जानकारी देना।
- सैनेटरी पैड के प्रयोग से अवगत करवाना।
- प्रदेश में ग्रामीण महिलाओं एवं किशोरियों को सैनेटरी पैड के प्रयोग हेतु प्रोत्साहित करने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकम के तहत सब्सिडी दरो पर पैड उपलब्ध कराना है।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में सैनेटरी पैड के बाज़ार का विस्तार करना है।
इस योजना के लिए पात्रता :
- खुशी योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए छात्रा का ओडिशा प्रदेश के सरकारी/अर्धसरकारी स्कूल की विद्यार्थी होना आवश्यक है।
- छात्रा को 6 वीं से 12 वीं कक्षा की विद्यार्थी होना आवश्यक है।
इस योजना से लाभ :
- इस योजना के प्रसार से लगभग 17 लाख स्कूली छात्राओं को लाभ प्राप्त होगा।
- खुशी योजना से किशोरावस्था की आयु से हीं लड़कियों को स्वयं के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की जानकारी प्राप्त हो सकेगी।
- इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सैनेटरी पैड के उपयोग से स्वच्छता के महत्त्व से अवगत कराया जा सकेगा।
- इस योजना के तहत सब्सिडी दर पर सैनेटरी पैड उपलब्ध होने पर बीपीएल परिवार की लड़कियां एवं महिलाएं भी इसके प्रयोग का लाभ उठा पाएंगी।
- खुशी योजना के शुरुआत से निश्चय हीं स्कूल जाने वाली किशोरी छात्राओं को पैसे के आभाव के कारण सैनेटरी पैड का प्रयोग न कर पाने की समस्या का निदान हो सकेगा। तथा ग्रामीण महिलाओं और किशोरी लड़कियों में स्वयं के स्वास्थ्य और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ेगी।