उत्तराखंड सुपर 100 अभियान : Uttarakhand Super 100 Abhiyan

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उत्तराखंड राज्य में सरकार द्वारा एक नई योजना जिसका नाम “सुपर 100 अभियान की शुरुआत की जा रही है। जोकि महिला उम्मीदवारों के लिए निशुल्क मेडिकल और इंजीनियरिंग कोचिंग प्रदान करने की योजना है। यह योजना केवल महिलाओं के लिए ही शुरू की गई है। लड़कियों के लिए इस मुफ्त कोचिंग योजना के तहत, सरकार समाज के विशेषाधिकार प्राप्त वर्गों से 100 मेधावी लड़कियों का चयन करेगा और इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षा की तैयारी में उनकी सहायता करेगा।

दरअसल कुछ साल पहले बिहार राज्य में आनंद कुमार द्वारा ‘सुपर 30’ अभियान शुरू किया गया था, जिसमें वे शिक्षा से वंचित छात्रों को मुफ्त में कोचिंग देते थे। इसी के आधार पर उत्तराखंड राज्य सरकार ने सुपर 100 अभियान मेधावी छात्राओं को विशेष कोचिंग सेंटर्स में मुफ्त में कोचिंग प्रदान करने के लिए शुरू किया है। इससे योग्य छात्राओं को फाइनल एंट्रेंस मेरिट लिस्ट में उच्च रैंक हासिल करने के साथ ही मेडिकल एवं इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने में मदद मिलेगी।

सुपर 100 अभियान योजना :

क्रमांक योजना बिंदु योजना की जनकारी
1. योजना का नाम सुपर 100 अभियान उत्तराखंड
2. योजना का लांच कैबिनेट मिनिस्टर श्री अरविन्द पांडे
3. योजना की घोषणा 1 जनवरी 2019
4. योजना को लागू किया जायेगा सन 2019 में ही
5. योजना की घोषणा का स्थान देहरादून के राजीव गाँधी नवोदय विद्यालय
6. योजना के लाभार्थी मेधावी छात्राएं
7. योजना की देखरेख उत्तराखंड के महिला विकास विभाग द्वारा

सुपर 100 अभियान योजना का उद्देश्य :

  • सुपर 100 अभियान योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की शिक्षा को बढ़ाना देना है और उनका आधार मजबूत करना है। ताकि उन्हें मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के लिए बेहतर शिक्षा प्राप्त करने में मदद हो सक। साथ ही वे अपनी इच्छाओं को पूरा कर सके, और अपना भविष्य संवार सके।
  • मेधावी छात्राओं के लिए यह फ्री कोचिंग स्कीम उन्हें इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्सेज में प्रतियोगी प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए सहायता करेगी।

योजना की विशेषताएं :

  • जरुरतमंद छात्राओं के लिए :- यह योजना सभी छात्राओं के लिए नहीं है, यह जरूरतमंद परिवार की छात्राओं के लिए है। इसलिए इसमें जरूरतमंद छात्राओं को ही बेहतर शिक्षा प्रदान की जाएगी। इससे उन्हें उनकी उच्च शिक्षा प्राप्त करने की इच्छा को पूरा करने में मदद मिलेगी।
  • मुफ्त में कोचिंग :- छात्राएं इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकती हैं। लेकिन प्रशिक्षण की कमी के कारण वे ये करने में असमर्थ हो जाती हैं। इस प्रोजेक्ट के साथ मेधावी छात्राएं इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉम्पेटीटिव एंट्रेंस परीक्षाओं के लिए मुफ्त में कोचिंग प्राप्त कर सकेंगी।
  • कोचिंग कक्षाओं का कुल कार्यकाल :- सुपर 100 योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा आवेदकों को जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई) और कंबाइंड प्री मेडिकल टेस्ट (सीपीएमटी) जैसे कोर्स के लिए 100 घंटे मुफ्त में कोचिंग प्रदान की जाएगी।
  • भोजन एवं आवासीय सुविधाएँ :- मुफ्त में कोचिंग प्रदान करने के अलावा दूर से आने वाले उम्मीदवारों को मुफ्त में भोजन और आवासीय सुविधायें भी प्रदान की जाएगी। यह सभी व्यवस्था नवोदय विद्यालय परिसर में की जाएगी।
  • कुल लाभार्थी :- इस योजना के लिए 100 योग्य एवं मेधावी छात्राओं को मुफ्त में कोचिंग प्रदान करने के लिए चुना जायेगा, और उन्हें ही कोचिंग दी जाएगी।
  • प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए क्षेत्र :- शिक्षा मंत्री द्वारा इस योजना के तहत यह भी घोषणा की गई है कि उत्तराखंड के सभी 95 ब्लॉक्स में जल्द ही इस प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए कदम उठायें जाएंगे।

चयन प्रक्रिया :

  • 100 घंटे के कोर्स को पूरा होने के बाद ट्रेनिंग ऑथोरिटी द्वारा एक चयन परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने वाली छात्राएं एक वर्ष के विशेष कोचिंग सेशन में भाग ले सकेंगी। इसके लिए सरकार द्वारा छात्राओं को शोर्टलिस्ट किया जायेगा।
  • यह योजना न केवल आईआईटी एवं मेडिकल परीक्षाओं को क्रैक करने की इच्छा रखने वाली सभी छात्राओं के लिए है, बल्कि इसमें उन लोगों को शोर्टलिस्ट किया जायेगा जो मेडिकल और इंजीनियरिंग में अपना करियर बनाने की इच्छुक है।

योग्यता एवं आवश्यक दस्तावेज :

  • आवासीय योग्यता :- यह प्रोजेक्ट केवल उन छात्राओं के लिये है जो मूल रूप से उत्तराखंड राज्य की निवासी हैं। यदि आवेदकों के पास उनका आवासीय दस्तावेज नहीं है तो उन्हें इसके लिए शोर्टलिस्ट नहीं किया जायेगा।
  • शैक्षिक योग्यता :- इस योजना में छात्राओं का 12 वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा उच्च अंकों के साथ पास करना अनिवार्य है। इसके साथ ही छात्राओं का विषय विज्ञान स्ट्रीम होना चाहिए। इसके लिए छात्राओं को अपनी 12 वीं कक्षा की अंकसूची और स्कूल छोड़ने का प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों को डेटा सत्यापन के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म के साथ जमा करना होगा।
  • परिवार की वित्तीय स्थिति :- इस प्रोजेक्ट का लाभ केवल उन महिला उम्मीदवारों को दिया जाना है जिनकी वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है। अतः आवेदकों को अपनी वित्तीय स्थिति प्रमाणित करने के लिए अपने परिवार की आय का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
  • व्यक्तिगत पहचान दस्तावेज :- इस योजना में चुनी गई छात्राओं को अपनी पहचान के प्रमाण के लिए पहचान दस्तावेज देने होंगे। इसके लिए वे आधार एवं वोटर आईडी कार्ड की एक कॉपी जमा कर सकती हैं।
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