केंद्रीय बजट 2021-22 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा घोषित पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना 2021 की पूरी जानकारी यहाँ देखें केसे अप्लाइ करना है क्या लाभ मिलेगा यहाँ से चेक करें, पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना 2021 की घोषणा केंद्र सरकार ने 1 फरवरी 2021 को की है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2021-22 में पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना शुरू करने की घोषणा की गई है। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना अगले 6 वर्षों में 64,180 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ लागू की जाएगी।
कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस योजना का शुभारंभ किया है। हमारे देश में हेल्थ केयर सिस्टम बहुत अच्छा नहीं है इसलिए इस योजना के माध्यम से हेल्थ केयर के तीन प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान दिया है इसमें बचाव, इलाज और रिसर्च शामिल है। इस योजना के माध्यम से हेल्थ केयर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाया जाएगा साथ ही पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना 2021 के माध्यम से नए संस्थानों का विकास किया जाएगा। जिससे भविष्य में स्वास्थ्य टूरिज्म की बढ़ेगा और हमारा देश स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत तेजी से तरक्की करेगा। इसको नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत चलाया जाएगा। पं आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना को पूरी तरह से केंद्र सरकार वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। इस योजना के तहत शहरी हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर बनाया जाएंगे जिसमें कि 17000 ग्रामीण क्षेत्रों में होंगे और 11006 क्षेत्र में बनाए जाएंगे।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना बजट :
हमारे देश की वित्त मंत्री निर्मला सीताराम जी के द्वारा आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतगर्त 1 फरवरी 2021 के लिए यूनियन बजट शुरुआत की गई है। सरकार ने यूनियन बजट 2021-22 में शुरू करने का निर्णय लिया है। हमारे देश के स्वास्थ्य क्षेत्र को इस योजना के द्वारा अच्छा बनाया जाएगा। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के द्वारा केंद्र सरकार ने 64,180 करोड़ रुपए की धनराशि का बजट शुरू किया गया है। इस बजट को आने वाले 6 साल के लिए शुरू किया गया है। इस बजट के द्वारा हमारे देश के अस्पताल, प्रयोगशालाओं आदि को अच्छा बनाया जायेगा। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतगर्त रिसर्च पर भी बुहत ध्यान दिया जाएगा। कियोकि आगे के समय में आने वाली बीमारियों से देश के नागरिकों को रक्षा की जा सके।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की परियोजनाएं :
इस योजना के अंतर्गत सभी जिलों के 3382 ब्लॉक में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाएगी। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाई भी स्थापित की जाएंगी। 602 जिलों में हॉस्पिटल ब्लॉक भी इस योजना के अंतर्गत स्थापित किए जाएंगे। नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को भी समर्थन प्रदान किए जाने का काम किया जाएगा। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना 2021 के अंतर्गत एक इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन पोर्टल की भी स्थापना की जाएगी तथा 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयां खोली जाएंगी। इसी के साथ मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यों को समर्थन प्रदान किया जाएगा। स्वास्थ्य क्षेत्र के अंतर्गत 15 स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र तथा दो मोबाइल अस्पतालों की भी स्थापना की जाएगी। इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 वैक्सीन के लिए भी 35000 करोड रुपए भी आवंटित किए गए हैं।
Strengthening India's medical infrastructure.
• PM Aatmanirbhar Swasthya Bharat Yojana will be launched at an outlay of Rs 64,180 crore over 6 years.
• Rs. 35,000 crore for COVID vaccines for 2021-22.#AatmanirbharBharatKaBudget pic.twitter.com/yYBNm4aGRg
— BJP (@BJP4India) February 1, 2021
नेशनल केयर फॉर डिजीज कंट्रोल को समर्थन :
जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं इस योजना के अंतर्गत तीन क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया जाएगा जो कि बचाव, इलाज और रिसर्च है। जिससे कि हम आने वाले समय में कोरोनावायरस जैसी महामारी से सफलतापूर्वक लड़ सके। इसी बात को ध्यान में रखते हुए नेशनल केयर फॉर डिजीज कंट्रोल तथा इसकी 5 रीजनल ब्रांच और 20 मेट्रोपॉलिटन हेल्थ सरवायलेंस यूनिट को सरकार की ओर से समर्थन प्रदान किया जाएगा। जिससे कि संस्था द्वारा अपना काम अच्छे से किया जा सके। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत एक एकीकृत स्वस्थ सूचना पोर्टल की भी स्थापना की जाएगी। जिसके अंतर्गत स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी नागरिकों तक उपलब्ध करवाई जाएगी। आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत सभी सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं को स्वस्थ सूचना पोर्टल से जोड़ा जाएगा।
इस योजना के अंतर्गत 17 नई सार्वजनिक स्वस्थ इकाइयों का निर्माण किया जाएगा तथा 33 मौजूदा सार्वजनिक संस्था इकाइयों को भी मजबूत बनाया जाएगा। जिसमें 32 हवाई अड्डे, 11 बंदरगाह और छात्र भूमि क्रॉसिंग शामिल है। यह एकीकृत स्वस्थ सूचना पोर्टल से सभी राज्यों को जोड़ा जाएगा।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ्य भारत योजना क्या है? :
इसके अंतर्गत स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की क्षमता को विकसित करने, नयी बिमारियों का पता लगाने और उन्हें ठीक करने के लिए नए संस्थानों का विकास किया जायेगा। यह योजना जल्दी ही क्रियान्वित की जाएगी। इसका बजट निर्धारण कर दिया गया है जो की 64,180 करोड़ रूपये है। सरकार आने वाले 6 सालों में 64,180 करोड़ रूपये स्वास्थ्य के क्षेत्र में खर्च करने वाली है। कोरोना महामारी के चलते इसका असर इस साल के बजट पर भी पढ़ा है। सरकार ने ज्यादा से ज्यदा फोकस हेल्थ सेक्टर पर किया है। इस साल का हेल्थ बजट 94 हजार करोड़ रूपये से बढ़ा कर 2.38 लाख करोड़ रूपये कर दिया गया है। कोरोना काल में देश को बहुत ही कठिन परिस्थितियों का सामना करना पढ़ा जिसके चलते सरकार को यह कदम उठना पढ़ा। 70 हजार गाँव के वेलनेस सेंटर को इस से मदद मिलेगी। 602 जिलों में क्रिटिकल केयर हॉस्पिटल्स बनाये जायेंगे। नेशनल सेंटर फॉर डिसीस कंट्रोल को और ज्यादा मजबूत किया जायेगा। 15 हेल्थ इमरजेंसी आपरेशन सेंटर शुरू किये जायेंगे, 9 बायो सेफ्टी लेवल साथ ही 3 नये लेब शुरू किये जायेंगे। हेल्थ इन्फोर्मेशन पोर्टल सेंटर खोले जायेंगे। आत्मनिर्भर स्वस्थ्य भारत योजना में वित्त मंत्री ने बचाव, इलाज और रिसर्च पर अधिक जोर दिया है आइये समझते है इन तीन बिन्दुओं की विस्तार से :-
- बचाव : संकट के का ल में किसी भी बीमारी से बचाव सम्बन्धी आवश्यक सभी सामग्री उपलब्ध करवाना। जैसे कोरोना के लिए पीपीई किट, सेनेटाईजर, मास्क आदि बचाव सामग्री है। आने वाले समय में हमे ऐसी कोई भी सामग्री का आभाव नहीं देखने को मिलेगा।
- इलाज : कोई भी बीमारी या महामारी हो हमारे देश के पास उसके इलाज के लिए पर्याप्त साधन होना आवश्यक है। जिस से की हमारे देश के नागरिकों को स्वास्थ्य संबधी कोई परेशानी न हो।
- रिसर्च : रिसर्च के माध्यम से हमारे देश के स्वास्थ्य विभाग को मजबूती मिलेगी जिस से की आने वाले समय में हमारा देश नयी नयी बिमारिओं के बारे में पता लगाने और उनका इलाज खोजने में सक्षम होगा।
योजना का नाम | आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना |
घोषणा की गयी | वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण |
लांच तिथि | 1 फरवरी 2021 |
उद्देश्य | स्वास्थ्य क्षेत्र का विकास करना |
लाभार्थी | देश के नागरिक |
बजट | 64,180 करोड़ |
विभाग | स्वास्थ विभाग |
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के क्या उद्देश्य हैं :
भारत सरकार द्वारा यह योजना शुरू करने का उद्देश्य देश के हर नागरिक को पूर्ण रूप से स्वस्थ रखना हैं जिससे देश का विकास होगा। यदि देश का प्रत्येक नागरिक स्वस्थ होगा तो भारत देश की छवि में परिवर्तन आएगा। इसी उद्देश्य से सरकार द्वारा स्वस्थ भारत योजना का शुभारम्भ किया गया हैं। इस योजना के तहत हेल्थ केयर सेंटर और मोबाइल हॉस्पिटल का निर्माण करके मेडिकल सुविधाओं में वृद्धि की जाएगी और पुराने हॉस्पिटल एवं हेल्थ केयर सेंटर में सुविधाएं उपलब्ध कराये जायेंगे एवं अनेक परिवर्तन किये जायेंगे। स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत मुख्य रूप से बिमारियों की खोज की जाएगी और इसके बाद इनके इलाज के लिए दवाई या वैक्सीन बनाई जाएँगी। कोरोना काल के चलते अनुमान लगाया जा रहा था कि सरकार द्वारा हेल्थ सेक्टर में अवश्य कुछ सुधार किया जायेगा। PM द्वारा इस योजना को शुरू करने के बाद आपका यह अनुमान सही साबित हुआ हैं।
केंद्रीय बजट 2021-22 के 6 स्तंभ :
- स्वास्थ्य और अच्छाई
- भौतिक और वित्तीय पूंजी और बुनियादी ढांचा
- समावेशी भारत के लिए समावेशी विकास
- मानव पूंजी को मजबूत करना
- नवाचार
- अनुसंधान एवं विकास
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के मुख्य तथ्य :
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत सभी जिलों के 3382 ब्लॉक में एकीकृत सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना की जाएगी और सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाईयां भी स्थापित की जाएंगी।
- 602 जिलों में हॉस्पिटल ब्लॉक भी योजना के अंतर्गत स्थापित किए जाएंगे।
- नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को समर्थन प्रदान किया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत एक इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन पोर्टल की भी स्थापना की जाएगी तथा 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयां खोली जाएंगी।
- इसी के साथ मौजूदा सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यों को समर्थन भी प्रदान किया जाएगा।
- स्वास्थ्य क्षेत्र के अंतर्गत 15 स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र तथा दो मोबाइल अस्पतालों की भी स्थापना किए जाने का प्रावधान है।
- इस योजना के अंतर्गत कोविड-19 वैक्सीन के लिए भी 35000 करोड रुपए भी आवंटित किए गए हैं।
- आत्मनिर्भर स्वास्थ्य भारत योजना के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में कई नए सुधार किए जाएंगे।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के लाभ :
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत 3 क्षेत्रों बचाव, इलाज तथा रिसर्च पर खास ध्यान दिया जाएगा।
- योजना का बजट अगले 6 साल के लिए 64,180 करोड रुपए निर्धारित किया गया है।
- योजना की पूरी फंडिंग केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी।
- इस योजना को नेशनल हेल्थ मिशन के अंतर्गत संचालित किया जाएगा।
- योजना के अंतर्गत मौजूदा हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी।
- सभी जिलों के 3382 ब्लॉक में एकत्रित सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं की स्थापना होगी।
- योजना के अंतर्गत 17000 ग्रामीण तथा 11000 शहरी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को समर्थन प्रदान किया जाएगा।
- 602 जिलों में हॉस्पिटल ब्लॉक स्थापित किए जाएंगे।
- 17 नई सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्य इकाइयों को भी खोला जाएगा।
- 15 स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र तथा दो मोबाइल अस्पतालों की भी स्थापना होगी।
- नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल को भी योजना के अंतर्गत समर्थन मिलेगा।
- इस योजना के अंतर्गत सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाईयों को भी स्थापित किया जाएगा।
- इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन पोर्टल की भी स्थापना की जाएगी।
महत्वाकांक्षी 'प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना' का शुभारंभ #AatmanirbharBharatKaBudget pic.twitter.com/kDO4A5SSHz
— Nirmala Sitharaman Office (@nsitharamanoffc) February 1, 2021
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के विशेषताएं :
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना की घोषणा केंद्रीय वित्त मंत्री सीतारमण जी के द्वारा की गई।
- उन्होंने इस योजना की घोषणा आम बजट को पेश करते हुए की।
- उन्होंने इस योजना के लिए अगले 6 सालों तक का बजट भी निर्धारित कर दिया है जो कि 64180 करोड़ों रुपए है।
- इस योजना के अंतर्गत देश में और नए अस्पतालों को खोला जाएगा, जिससे हर नागरिक स्वास्थ्य सुविधा प्राप्त कर पाएगा।
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का संचालन नेशनल मिशन के अंतर्गत किया जाएगा।
- सेना के माध्यम से देश के सभी जिलों में 3382 ब्लॉक इकट्ठे करके सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रयोगशालाओं का निर्माण किया जाएगा।
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के अंतर्गत 15 स्वास्थ्य आपातकालीन संचालन केंद्र तथा दो मोबाइल अस्पतालों को भी खोला जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से लगभग 6 से 2 जिलों में हॉस्पिटल ब्लाक की स्थापना की जाएगी।
- आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना 2021 के अंतर्गत सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाई का निर्माण भी होगा।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के पात्रता मापदंड :
- इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आपको भारतवर्ष का मूलनिवासी होना चाहिए।
- इसके साथ-साथ आपको पढ़ना लिखना आना चाहिए, यदि आपको पढ़ाई लिखाई करना नहीं आता, तो आपको अपना हस्ताक्षर तो करना अवश्य ही आना चाहिए।
- यदि आप स्वयं से अपना हस्ताक्षर नहीं कर पा रहे हैं, तो आप इस योजना के लिए पात्र नहीं माने जाएंगे।
पीएम आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना के दस्तावेज :
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- मोबाइल नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक अकाउंट
- आय प्रमाण पत्र
- स्थायी प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- पहचान पत्र