उत्तर प्रदेश में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा अभ्युदय योजना के तहत पंजीकरण प्रक्रिया 10 फरवरी, 2021 से शुरू हो गई है। आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों के लिए सरकार ने योजना आरंभ की है। 16 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा इस योजना को लॉन्च किया गया है।
इस योजना के तहत चयनित छात्रों से बसंत पंचमी फरवरी को संवाद किया गया है। गरीब मेधावी छात्रों के लिए फ्री कोचिंग योजना का शुभारंभ किया है। इस दौरान पंजीकृत छात्रों से संवाद भी किया गया है, फरवरी को बसंत पंचमी को योजना के तहत पढ़ाई सभी 18 मंडलों में शुरू हुई। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए सरकारी योजना 4 दिन में चार लाख 84 हजार से अधिक छात्र अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं।
उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत उत्तर प्रदेश द्वारा आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीए, सीडीएस और जैसी प्रतियोगिताओं की परीक्षा की तैयारी कराने के लिए मुख्यमंत्री जी ने इस योजना को आरंभ किया है। इस योजना के अंतर्गत ऐसे छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी। जो छात्र इन परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं, लेकिन अपनी स्थिति के कारण नहीं कर पाते।
इस योजना के अंतर्गत मंडल स्तर पर छात्रों को सिलेबस एवं क्वेश्चन बैंक उपलब्ध कराया जाएगा। योजना का क्रियान्वयन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की निगरानी में किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत छात्रों को ऑनलाइन मटेरियल के साथ ऑफलाइन कक्षाएं प्रदान की जाएगी। यह कोचिंग पूरी तरह से निशुल्क होगी। इस योजना के अंतर्गत वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा छात्रों को मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा।
योजना का नाम | मुख्यमंत्री अभ्युदय नि:शुल्क कोचिंग योजना |
राज्य | उत्तर प्रदेश |
किसने शुरू की | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ |
उद्देश्य | गरीब छात्र एवं छात्राओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करना |
लाभार्थी | उत्तर प्रदेश के छात्र |
लाभ | IAS/PCS और अन्य परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग |
जिम्मेदारी | उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकैडमी |
आधिकारिक वेबसाईट | http://www.abhyuday.up.gov.in/ |
ईमेल आईडी | ati-up@nic.in |
फोन नंबर | (+91) 522-2335158-59 |
फैक्स नंबर | (+91) 522-2320327 |
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना क्या है? :
सिविल सेवा, जेईई, एनईईटी, एनडीए, सीडीएस आदि जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निजी क्षेत्र में प्रशिक्षण बुनियादी ढांचे में संसाधनों की कमी के कारण, ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे और कम आय वाले परिवार प्रतिभाशाली होने के बावजूद गुणवत्ता की तैयारी करने में सक्षम नहीं हैं। वे गुणवत्ता की तैयारी करने में सक्षम नहीं हैं, जिसके कारण उनकी प्रतिभा को ठीक से तैयार नहीं किया जाता है और समाज भी उनकी सेवाओं से वंचित है।
ऐसी स्थिति में, राज्य के सभी युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के स्तर के पाठ्यक्रम के अनुसार विषय विशेषज्ञों के मार्गदर्शन में प्रतिस्पर्धी तैयारी के लिए राज्य भर में परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता हुई है। इससे लाखों प्रतिभाशाली युवाओं को इन प्रतियोगी परीक्षाओं में पूरे आत्मविश्वास और तैयारी के साथ और संसाधनों की परवाह किए बिना भाग लेने में मदद मिलेगी।
अभ्युदय योजना का लाभ मिलेगा अब अति पिछड़े वर्ग में
जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं इस योजना को आरंभ करने का मुख्य उद्देश्य यह था कि उत्तर प्रदेश के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग प्राप्त करने के लिए किसी दूसरे राज्य ना जाना पड़े एवं सभी छात्रों को निशुल्क कोचिंग प्रदान की जा सके। इस योजना के अंतर्गत अब अति पिछड़े वर्ग के छात्रों को भी कवर किया जाएगा। पिछड़े वर्ग के छात्रों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग प्रदान करने के लिए रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम मठ के संयोजक अजीत सिंह ने रामगढ़ जिले में मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का आरंभ कर दिया है। इस योजना को पिछड़े वर्ग के छात्रों को प्रदान करने के लिए सांसदों द्वारा भी गंभीरता पूर्वक विचार किया जा रहा है। संयोजक द्वारा यह भी बताया गया कि जिले में प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं की कोई कमी नहीं है। यदि उन्हें सही मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण प्राप्त हो तो वह सफल हो सकते हैं।
- इस योजना के अंतर्गत छात्रों का मार्गदर्शन स्वयं आईएएस, आईपीएस, पीसीएस अधिकारियों द्वारा किया जाएगा। जिससे कि छात्रों को सही परीक्षण प्राप्त हो सकेगा। अब उत्तर प्रदेश के पिछड़े वर्ग के छात्र भी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग प्राप्त कर पाएंगे।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का दूसरा चरण
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के प्रथम चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। अब इस योजना का दूसरा चरण आरंभ होने जा रहा है। इस दूसरे चरण में चयनित किए गए सभी लाभार्थियों की सूची जारी कर दी गई है। इस सूची में विंध्याचल मंडल के 669 छात्रों का चयन किया गया है। यह चयन 6 मार्च को हुए ऑनलाइन एग्जाम के माध्यम से किया गया है। इस योजना के अंतर्गत चयनित छात्रों की सूची जुबली इंका कोचिंग सेंटर पर उपलब्ध है। यह कोचिंग सेंटर सिविल लाइन रोड पर स्थित है। वह सभी छात्र जिन्होंने यह परीक्षा पास की है वह सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निशुल्क कोचिंग प्राप्त कर सकेंगे।
- इस योजना के पहले चरण में चयनित 200 छात्र ऑनलाइन तथा ऑफलाइन माध्यमों से कोचिंग ले रहे हैं। यह सभी छात्र जुबली कॉलेज में बने सेंटर पर प्रतिदिन 3:00 बजे से लेकर 6:15 बजे तक कोचिंग लेते हैं।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश के कई छात्रों को लाभ पहुंच रहा है इस योजना के अंतर्गत सोमवार से शुक्रवार तक छात्रों की पढ़ाई करवाई जाती है उसके बाद शनिवार को छात्रों का टेस्ट लिया जाता है जिससे कि छात्रों का आकलन किया जा सके
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना ऑनलाइन कक्षाएं
जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को निशुल्क कोचिंग प्रदान करने के लिए आरंभ किया गया है। इस योजना के अंतर्गत बसंत पंचमी के दिन से कक्षाएं आरंभ हो गई है। यह कक्षाएं नौरंगीलाल इंटर कॉलेज में आरंभ हुई थी। नौरंगीलाल इंटर कॉलेज में दोपहर 1:00 बजे से लेकर शाम 5:00 बजे तक तीन अलग-अलग पाली में कक्षाएं संचालित हैं। इन कक्षाओं में आईएएस, पीसीएस, जेईई समेत कई अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराई जाती है। इस योजना के अंतर्गत एक यूट्यूब चैनल आरंभ किया गया है। इस चैनल के माध्यम से वह सभी छात्र जो केंद्र पर पढ़ाई करने के लिए नहीं आ सकते वह लाइव कक्षा ले सकते हैं और ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं।
- अब इस योजना के माध्यम से छात्र घर बैठे भी पढ़ाई कर सकेंगे। छात्र यदि लाइव सेशन भी ना देख पाए तो वह बाद में डाउनलोड करके वीडियो को देख सकते हैं।
- सरकार द्वारा जल्द इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को टेबलेट का वितरण भी किया जाएगा। जिससे की वह पढ़ाई जारी रख सकें।
- 10 मार्च 2021 को समाज कल्याण विभाग के तत्वावधान में डीएस कॉलेज में अभ्युदय योजना की कक्षाओं का आरंभ किया जाएगा। इसमें उत्तर प्रदेश शासन एवं प्रबंधन एकेडमी के महानिर्देशक एल वेंकटेश्वर लू भी शामिल होंगे। जिसमें वह बच्चों के साथ अपने अनुभव साझा करेंगे।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का उद्देश्य :
उत्तर प्रदेश के युवाओं को सिविल सेवाओं, बैंकिंग, इंजीनियरिंग और पुलिस इत्यादि भर्ती के लिए होने वाली परीक्षाओं के कोचिंग लेने के लिए दूसरे शहरो में जाना पड़ता था। जिससे उनके समय और पैसे की काफी बर्बादी होती थी। राज्य के जो छात्र आर्थिक रूप से कमज़ोर है उनके लिए ये कोचिंग पाना मुमकिन नहीं हो पता था। यूपी के मुख्यमंत्री योगी जी ने छात्रों की परेशानी को समझा और अभ्युदय योजना को लॉन्च किया। इस योजना का उद्देश्य छात्रो को उनके शहरो में ही प्रशिक्षित शिक्षको से फ्री कोचिंग उपलब्ध करना है। कोचिंग के साथ में योग्य स्टूडेंट्स को फ्री टेबलेट भी वितरण किये जाएँगे। टेबलेट पर इंटरनेट के जरिए छात्र ऑनलाइन शिक्षा ले पाएँगे।
अभ्युदय योजना के ऑफिसियल पोर्टल पर 500 से ज्यादा आईएस ऑफिसर, 450+ आईपीएस, 300 से अधिक आईएफएस ऑफिसर और कई विषय से जुड़े विशेषज्ञ है जो यूपीएससी, नीट, एनडीए और सीडीएस जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने के तैयारी ऑनलाइन क्लास के द्वारा करवाते है।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के लाभ :
- अभ्युदय योजना के माध्यम से उम्मीदवारों को जो-जो लाभ प्राप्त प्राप्त होते है। उन सभी लाभों की जानकारी लेख में नीचे दी जा रही है। उम्मीदवार दी गयी सूची के माध्यम से लाभ सम्बन्धित सभी जानकारियों को प्राप्त कर सकते है।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से उम्मीदवारों को फ्री में कोचिंग प्रदान की जायेगी।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से आईएएस, जे ई ई, सीडीएस, पीसीएस, आईपीएस, नीट, एनडीएस आदि की कोचिंग प्रदान की जायेगी।
- जो छात्र आर्थिक स्थिति कमजोर होने की वजह से कोचिंग नहीं ले पाए उन्हें भी कोचिंग करने का मौका दिया जाएगा।
- कोचिंग में उम्मीदवारों को अन्य स्टडी मेटीरियल भी प्राप्त करवाए जाएंगे।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के माध्यम से छात्रों के प्रोत्साहन को बढ़ाया जाएगा।
- छात्राओं को आर्थिक स्थिति के कारण जो सुविधाएँ शिक्षा के लिए प्राप्त नहीं होती थी वह अब इस योजना के तहत उपलब्ध होगी।
- छात्राओं के लिए अभ्युदय योजना के तहत कैरियर कॉउंसलिंग सत्रों का आयोजन प्रत्येक जनपद के अनुसार पोर्टल एवं इंटरव्यू के आधार पर किया जायेगा।
- शिक्षण के साथ मार्गदर्शन की व्यवस्था भी IAS ,आईपीएस ,PCS के अधिकारीयों के द्वारा प्रदान की जाएगी।
- अभ्युदय योजना के तहत छात्राओं को कन्टेन्ट उपलब्ध कराने हेतु एक ई-लर्निंग प्लेटफार्म की सुविधा भी उपलब्ध कराई गयी है।
- अभ्युदय योजना के प्रथम स्तर के अनुसार राज्य के 18 मंडल मुख्यालयों को शामिल किया गया है।
- छात्राओं के लिए शिक्षा हेतु प्रश्नो की पूछताछ के लिए ई प्लेट फॉर्म जैसी सुविधाएँ उपलब्ध की गयी है जिसमें वह बिना किसी संकोच के अपने प्रश्नों को विशेषज्ञों के समक्ष रख सकते है।
- अभ्युदय योजना के माध्यम से ई-प्लेटफार्म को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
- इस योजना के लिए कोई भी छात्र आवेदन कर सकते है।
- कोर्स के लिए छात्रों को कोई फीस भरने की आवश्यकता भी नहीं है।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के विशेषताएँ :
- उत्तर प्रदेश के स्थापना दिवस पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना आरंभ की गई।
- इस योजना के अंतर्गत आईएएस, आईपीएस, पीसीएस, एनडीएस, सीडीएस, नीट आदि जैसी प्रतियोगिताओं की परीक्षा की तैयारी करने के लिए निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी।
- वह सभी छात्र जो अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण कोचिंग नहीं प्राप्त कर पाते थे उनको मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत निशुल्क कोचिंग प्रदान की जाएगी।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत सिलेबस एवं क्वेश्चन बैंक में उपलब्ध करवाए जाएंगे।
- इस योजना का कार्यान्वयन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत कक्षाएं बसंत पंचमी के दिन से आरंभ होंगी।
- इस योजना के अंतर्गत छात्रों को ऑनलाइन स्टडी मटेरियल के साथ ऑफलाइन कक्षाएं भी प्रदान की जाएंगी।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत केवल कोचिंग ही नहीं बल्कि छात्रों को मार्गदर्शन भी प्रदान किया जाएगा। यह मार्गदर्शन विभिन्न अफसरों द्वारा प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत विषय विशेषज्ञों से गेस्ट लेक्चर का प्रबंध भी कराया जाएगा।
- मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत परीक्षा पैटर्न की जानकारी भी छात्रों को प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के अंतर्गत उच्च स्तरीय कोचिंग संस्थानों के स्टडी मेटेरियल भी छात्रों को प्रदान किए जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबंधन अकैडमी को स्टडी मैटेरियल का प्रबंध करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
- छात्रों द्वारा प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद मुख्य परीक्षा की तैयारी करवाने की जिम्मेदारी भी उपाम को सौंपी गई है।
- इस योजना के प्रथम चरण में 18 मंडल मुख्यालयों को शामिल किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत एक ई प्लेटफार्म भी विकसित किया जाएगा।
- ई प्लेटफार्म के माध्यम से छात्रों को e-content प्रदान किया जाएगा। इस ई प्लेटफार्म के माध्यम से छात्र कोचिंग भी प्राप्त कर सकते हैं। ई प्लेटफार्म पर छात्र अपने प्रश्न भी पूछ सकते हैं।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की पात्रता शर्ते क्या है? :
जो भी छात्र मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन करना चाहते हैं उन्हें नीचे दी गयी पात्रता मानदंड का पालन करना होगा। सरकार द्वारा अभ्युदय योजना के लिए निम्नलिखित पात्रता निर्धारित की है:
- यह योजना उत्तर प्रदेश की है तो छात्र को उत्तर प्रदेश का निवासी होना अनिवार्य है।
- बच्चे को 12वीं पास या कॉलेज में होना अनिवार्य है।
- केवल गरीब बच्चो को ही मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना का लाभ मिल सकता है।
- साथ ही बच्चा होनहार और उसकी आगे पढाई करने में रूचि होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के अंतर्गत प्रदान की जाने वाली कोचिंग :
- संघ लोक सेवा आयोग
- यूपी लोक सेवा आयोग
- अधीनस्थ सेवा चयन आयोग
- अन्य भर्ती बोर्ड संस्थाओं द्वारा आयोजित परीक्षाएं
- जे ई ई
- नीट
- एनडीए
- सीडीएस
- अर्धसैनिक
- केंद्रीय पुलिस बल
- बैंकिंग
- एसएससी
- बीएड
- टीईटी
यूपी मुफ्त कोचिंग योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज :
- राशन कार्ड
- स्थाई निवासी प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- परीक्षा पास सर्टिफिकेट (12th, Diploma, Graduation)
- जाति प्रमाण पत्र
- पैन कार्ड
- आधार कार्ड
- मोबाइल नंबर
- जन्म प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
अभ्युदय योजना आधिकारिक पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर :
- कार्यालय का पता: सेक्टर डी – अलीगंज, लखनऊ (226-024) यूपी
- फोन नंबर: (+91) 522-2335158-59
- फैक्स नंबर: (+91) 522-2320327
- ईमेल आईडी: ati-up@nic.in
महत्वपूर्ण लिंक:
- आधिकारिक वेबसाइट: http://www.abhyuday.up.gov.in/
- ऑनलाइन लिंक लागू करें: http://www.abhyuday.up.gov.in/how-to-apply.php
- कोर्स लिंक चुनें: http://www.abhyuday.up.gov.in/select_examination.php